सीतापुर : अभ्यर्थी को टीईटी परीक्षा देने से रोका गया ,

संवाददाता अनुज शुक्ला
रीडर टाइम्स न्यूज़
जनपद सीतापुर नगर के महावीर पार्क के पास स्थित गर्ल्स गवर्नमेंट इंटर कॉलेज में आज सुबह 10:00 बजे टीईटी की परीक्षा थी जिसमें दूरदराज से काफी संख्या में परीक्षा में शामिल होना अभ्यर्थी आए थे जिसमें कुछ अभ्यर्थियों की मार्कशीट अटेस्ट नहीं थी जिसको किसी सक्षम अधिकारी से अटेस्ट कराने के लिए सेक्टर प्रभारी के द्वारा बोला गया फिर परीक्षा में शामिल किया जाएगा। जब परीक्षार्थी कुछ समय पहले अपने कागज को अटेस्ट कराने के लिए गया वह टेस्ट कराकर 10:06 पर आ भी गया पर वहां पर मौजूद सेक्टर प्रभारी व कॉलेज प्रशासन के द्वारा परीक्षार्थी को परीक्षा में शामिल होने से मना कर दिया गया।

जबकि परीक्षा में कुछ लोगों को कागज बिना अटेस्ट हुए ही परीक्षा में शामिल किया गया जब इस बात को मीडिया कर्मियों ने परीक्षा खत्म होने के बाद परीक्षा में हुए शामिल अभ्यर्थियों से जानकारी ली तो उसने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि मेरा पेपर हो गया है मेरा भी कागज अटेस्ट नहीं था पर मुझको जाने दिया गया और मैं पेपर दे कर आया हूं जिसकी जानकारी होते ही दूसरे अभ्यर्थी जो परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए थे उनको रोका गया था सेक्टर प्रभारी व कालेज प्रशासन के द्वारा वह नाराज हो गए और मीडिया को इस बात की जानकारी दी फिर जब मीडिया ने कॉलेज गेट पर तैनात पुलिसकर्मियों से जानकारी कर के अंदर जाने की अनुमति मांगी तब उनके द्वारा कहा गया कि आप अंदर जा सकते हैं फिर जब इस मामले में जीजीआईसी की प्रिंसिपल से बात की गई तो उनके द्वारा जानकारी दी गई कि ऐसा नहीं है उस समय एसडीएम सदर मौजूद थे।

उनके आदेश पर बिना अटेस्ट किए लोगों को अंदर आने की अनुमति नहीं थी और जो भी हुआ एसडीएम साहब के आदेश पर हुआ फिर जब मीडिया कर्मियों ने एसडीएम सदर से परीक्षार्थियों को परीक्षा ना देने के बारे में जानकारी मांगी गई तब उन्होंने कहा ऐसा कुछ नहीं है जब मीडियाकर्मियों ने बताया कि उनके पास परीक्षार्थी का वीडियो है और सारी जानकारी है तब उन्होंने कहा यहां वीडियो वीडियो कुछ नहीं चलता है अंदर मोबाइल चलाओगे तो उल्टा ही तुम्हारे खिलाफ F.I.R. लिखवा दूंगा जबकि सच्चाई यह है कुछ परीक्षार्थियों को अंदर जाने दिया गया बिना कॉपी अटेस्ट हुए और कुछ लोगों को अटेस्ट होते हुए भी अंदर नहीं जाने दिया गया सिर्फ 5 मिनट की देरी हुई थी और अगर नहीं भी अटेस्ट थी तब भी जब बाकी परीक्षार्थियों को जाने दिया गया तो अन्य को परीक्षा से वंचित क्यों किया गया है बड़ा सवाल सीतापुर एसडीएम सदर पर लग गया है क्या योगी सरकार में सारे नियम एसडीएम सदर के लिए अलग-अलग हैं जिसको चाहेंगे वह परीक्षा देगा जिसको चाहेंगे नहीं देने देंगे और जब मीडिया कर्मी इस बारे में सवाल करते हैं तो उल्टे उनको ही एफआईआर लिखने की धमकी देते हैं।

अब देखना यह होगा की जो परीक्षा से वंचित रह गए हैं क्या उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं किया गया है एसडीएम सदर वह कॉलेज प्रशासन व सेक्टर प्रभारी पर अब क्या कार्रवाई की जाएगी कार्रवाई होती है या इसको भी ठंडे बस्ते में डाली जाएगी।