BJP मानती है , लखनऊ में 3 मंत्रियों की सीट असुरक्षित

संवाददाता सूरज तिवारी
रीडर टाइम्स न्यूज़
लखनऊ / बृजेश पाठक पूर्वी तो आशुतोष टंडन उत्तरी विधानसभा से प्रत्याशी बन सकते हैं। वहीं , मंत्री स्वाति का टिकट कटने की चर्चा है।
उत्तर-प्रदेश विधानसभा चुनाव में सबसे दिलचस्प लड़ाई राजधानी लखनऊ की हो गई है। भाजपा लखनऊ की 8 विधानसभा सीटों पर अभी तक फैसला नही कर सकी है। हालांकि , आज इससे पर्दा उठ सकता है। आज लखनऊ के सभी 8 विधानसभा के प्रत्याशियों की सूची जारी हो सकती है। सूत्रों की मानें तो इस लिस्ट में कई चौंकाने वाली बातें हैं।

पहला , कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक और आशुतोष टंडन की सीट बदल सकती है। दूसरा , मंत्री स्वाति सिंह का टिकट कटने की चर्चा है। कहा जा रहा है कि सरोजनीनगर सीट पर पति-पत्नी की लड़ाई का फायदा किसी तीसरे को मिल सकता है। इतना ही नहीं, एक विधायक का टिकट भी कटने की चर्चा है। लखनऊ में चौथे चरण में मतदान होना है। इसके लिए 3 फरवरी तक नामांकन की अंतिम तारीख है। कहा जा रहा है कि आज प्रत्याशियों की सूची आ सकती

“BJP मानती है, लखनऊ में 3 मंत्रियों की सीट असुरक्षित:1 का टिकट कटना तय , 2 मंत्रियों पर तलवार लटकी ; 8 सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों की घोषणा आज लखनऊ8 घंटे पहले।”

बृजेश पाठक को लखनऊ पूर्वी से टिकट –
खबर है कि कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक की सीट बदल सकती है। बृजेश पाठक फिलहाल लखनऊ के मध्य विधानसभा से विधायक है, लेकिन इस बार यह सीट उनके लिए सेफ नहीं मानी जा रही है। वजह , यहां बड़ी संख्या में मुस्लिम मतदाताओं का होना है। सूत्रों की मानें तो पार्टी बृजेश पाठक जैसे नेता को लेकर रिस्क नहीं लेना चाहती। साल 2017 विधानसभा चुनाव के वक्त बसपा छोड़ भाजपा में शामिल होने वाले बृजेश पाठक ने अब भाजपा के एक बड़े ब्राह्मण चेहरे के तौर पर अपनी जगह बना ली है। पार्टी के हर खेमे में उनकी पैठ और स्वीकार्यता है। इसीलिए, सबसे सेफ सीट लखनऊ पूर्वी से लड़ाया जा सकता है।

आशुतोष टंडन की सीट बदलने की चर्चा –
बदलाव की आहट से मंत्री बृजेश पाठक का खेमा खुश है तो वहीं मंत्री आशुतोष टंडन की नाराजगी सामने आ रही है। कहा जा रहा है कि पूर्वी जैसी सेफ सीट को टंडन छोड़ना नही चाहते हैं और आलाकमान तक अपनी बात पहुंचा भी दी है। कहा जा रहा है कि पार्टी के सर्वे में आशुतोष टंडन की रिपोर्ट अच्छी नही है। पार्टी कार्यकर्ताओं की नाराजगी भी आशुतोष टंडन को लेकर है। पार्टी अगर पार्टी टिकट नहीं काटती है, तो बदल सकती है। कहा जा रहा है कि टंडन एक बार पहले भी इस सीट से चुनाव लड़ चुके हैं और उनकी हार भी हो चुकी है।

सरोजनीनगर सीट पर पति-पत्नी के झगड़े में किसी तीसरे को फायदा –
सरोजनीनगर सीट के लिए मंत्री स्वाति सिंह के अलावा उनके पति दयाशंकर सिंह भी दावेदार हैं। पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष और जॉइनिंग कमेटी के सदस्य दयाशंकर सिंह की पार्टी के भीतर लखनऊ से लेकर दिल्ली तक काफी मजबूत पैठ है। मौजूदा विधायक और मंत्री स्वाति सिंह भी इसी सीट को लेकर अड़ी हैं , ऐसे में संभव है कि इस सीट पर किसी तीसरे को मौका मिल जाए। वैसे इस सीट के दो प्रबल दावेदार हैं। पहला ईडी से VRS लेने वाले राजेश्वर सिंह और दूसरे योगी सरकार के जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह। पार्टी इस सीट से राजेश्वर सिंह को मौका दे सकती है। हालांकि, अभी उनका VRS अप्रूव नहीं हुआ है, लिहाजा अभी तस्वीर साफ नहीं है।