कोटेदार अलका की मनमानी : ग्रामीण क्षेत्र के राशनकार्ड कि बढ़ती जा रही परेशानी ,

संवाददाता अमित शुक्ला
रीडर टाइम्स न्यूज़
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोटेदार कि दबंगई चर्म सीमा पर है। मामला लखनऊ के श्रीनगर मडियांव फैजुल्लागंज ,का हैं जहां  गांव या दिहात से आए लोग लखनऊ में आकर गुजर बसर करते हैं। गांव या दिहात के लोग जब राशन लेने आते हैं तो कोटेदार अलका के द्वारा माना कर दिया जाता हैं उधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि “सबका साथ सबका , विकास सबका विश्वास” यहां पर कोटेदार अलका कहती हैं। भेदभाव गांव वालों के लिए , हमारे पास राशन नही है और वहां पर भीड़ का जमावड़ा लगा हुआ था कोटेदार की मनमानी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बदनामी करा रही हैं कोटेदार अलका न ही राशन की दुकान पर पंजीकरण संख्या तक नही पड़ी हुई है और न ही क्रय सूची व जनता को मिलने वाले राशन की मात्रा , सूची भी गायब है अब देखना यह है कि उच्चधिकारी कब ग्रामीणों पर हो रहे अत्याचार पर कोटेदार पर कब कार्रवाई करेंगे हैं या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शासन काल में जनता इसी प्रकार घुट-घुट कर मरती रहेगी। और कोरोना जैसी घातक बिमारी के बचाव के लिए सरकार भिन्न प्रकार के उपाय खोजती रहती है। साथ ही सोशल डिस्टेसिंग की धज्जियां भी उड़ाई जा रही है।