रामभक्तों को जेल भेज ममता , उन्हें मरवाने वालों के समर्थन में आई- स्मृति ईरानी


डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
राम नाम लेने वालों को ममता ने जेल भेजा
यूपी वालों को गुंडा बताने वाली ममता अखिलेश के लिए करेंगी प्रचार
ममता जी को यूपी वालों से हाथ जोड़कर माफी मांगनी चाहिए
सपा वालों के साथ कोई नहीं , उन्हें बाहर से कैंपेनर चाहिए
ममता बनर्जी ने उत्तर प्रदेश के लोगों की सभ्यता, संस्कृति और खान पान का किया था अपमान

लखनऊ 07 फरवरी 2022 / राम का नाम लेने वालों को जेल भेजने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राम भक्तों पर गोली चलाने वालों का समर्थन करने उत्तर प्रदेश आई हैं। यह वही ममता बनर्जी हैं जिन्होंने उत्तर प्रदेश की जनता का अपमान करने में कभी कोई कसर नही छोड़ी। यह बात केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने सोमवार को जेवर में चुनावी सभा संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी को उत्तर प्रदेश के लोगों के भगवा कपड़े पहनने, टीका लगाने और बनारस का पान खाने तक पर आपत्ति थी। यूपीवासियों को गुंडा बताने वाली ममता बनर्जी जी को यहां आने से पहले माफी मांगनी चाहिए।

उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव से सवाल किया कि उनकी ऐसी क्या मजबूरी है जो ममता को पश्चिम बंगाल से बुलाना पड़ा अपने लिए समर्थन मांगने के लिए? उन्होंने कहा कि इससे यह सिद्ध हो गया है कि अखिलेश और सपा आज अकेले खड़े हैं और उनके समर्थन में प्रदेश से बाहर के लोगों को बुलाना पड़ रहा है। उन्होंने लोगों को याद दिलाया कि ममता बनर्जी ने अनेक मौकों पर उत्तर प्रदेश के लोगों की सभ्यता, संस्कृति और खान पान का अपमान किया और राम का नाम लेने पर लोगों को जेल में डाल दिया था।

स्मृति ईरानी ने कहा कि यह भी क्या संयोग है कि राम का नाम लेने वालों को जेल में डालने वाले और राम भक्तों पर गोली चलाने वाले आज साथ दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने जनता से अपील की कि वह राम का अपमान करने वालों को भूले नहीं। उन्होंने कहा कि सपा के एक नेता ने तो यहाँ तक कहा था कि ज़रुरत पड़ती तो राम भक्तों पर और गोली चलवाते। यह चुनाव ऐसे लोगों और अदालत के निर्णय के अनुरूप भव्य राम मंदिर बनाने वालों के बीच है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह चुनाव सिर्फ जेवर एयरपोर्ट अथवा टैक्सटाइल पार्क का नहीं बल्कि हर उस बेटी और मां का है जो सपा सरकार में असुरक्षित थी और उसे सम्मान नहीं मिला था। यह चुनाव हर उस भाई का है जिसे अपनी बहन की सुरक्षा में जान तक देनी पड़ी थी।