उत्तर प्रदेश में सस्ती हुई शराब , योगी सरकार ने शराबियों की मौज कर दी

संवाददाता सूरज तिवारी
रीडर टाइम्स न्यूज़
लखनऊ / महंगाई के बीच शराब के शौकीनों के लिए अच्छी खबर है कि शराब के दामों में भारी कमी आई है। आबकारी विभाग ने देशी शराब के दामों में कमी की है। जहां एक तरफ पूरे देश में महंगाई अपने चरम पर है। पेट्रोल डीजल के दाम के साथ ही प्रतिदिन घरेलू चीजों के दाम में इजाफ हो रहा है। तो वही शराब के शौकीनों के लिए राहत की बात है । नए वित्तीय वर्ष में शुक्रवार से देसी शराब की कीमतें कम होंगी। देसी शराब के कुछ ब्रांडों में प्रति पौवा पांच रुपये तक की कीमत कम की गई है। इसके चलते देसी शराब की बिक्री में इजाफा व राजस्व बढ़ने की उम्मीद है। 2022 के लिए घोषित आबकारी नीति में देसी शराब की कीमतें कम की गई हैं। ये कीमतें शुक्रवार सुबह से लागू हो जाएगी। 25 प्रतिशत एल्कोहल का 200 मिली का पौवा जिसकी कीमत 55 रुपये थी वह अब 50 रुपये में मिल रहा है। वहीं 42.8 प्रतिशत एल्कोहल वाली देसी शराब जो कि शीरे के बजाय धान और अन्य अनाजों से बनाई जाती है। यह अब 10 रुपये कम पर शराब के शौकीनों को मिलेगी। इसको यूपी लीकर नाम दिया है। ये अब कांच की बोतलों में बेची जा रही है। इसके दाम अब 240 रुपये प्रति बोतल होंगे। अब 42.8 फीसदी एल्कोहल वाली देशी शराब प्लास्टिक पैकेट , टेट्रा पैक और कांच में बेची जाएगी। इससे देशी शराब के शौकीनों को राहत मिली है। मेरठ में देशी शराब की करीब 150 दुकानें हैं। देशी शराब की इन दुकानों पर अब देशी शराब के दामों में भारी कमी कर दी गई है। देसी शराब पीने के शौकीनों के लिए यह खबर खुशी देने वाली है। नए वित्तीय वर्ष 2022 – 23 में देसी शराब की कीमतें कम कर दी गई हैं। देसी शराब के ब्रांडों में प्रति पौवा पांच रुपये से लेकर दस रुपये तक की कमी की गई है। वही अब देशी शराब सिर्फ टैट्रा पैक में ही मिलेगी। शीशी वाली बोतलों में देशी शराब की बिक्री नहीं की जाएगी। इसके लिए आबकारी विभाग ने प्रस्ताव भेजा है। अधिकारियों ने पिछले साल जिले में हुए जहरीली शराब कांड से सबक लिया है। 42.8 प्रतिशत एल्कोहल वाली देसी शराब शीरे के बजाय धान और अन्य अनाजों की मदद से बनाई जाएगी। ग्राहकों को अच्छी गुणवत्ता वाली देसी शराब देने के लिए यह कदम उठाया गया है। इसे यूपी लीकर नाम दिया गया है , इसे अब कांच की बोतलों में भी बेचा जाएगा। अब तक 42.8 प्रतिशत एल्कोहल वाली शराब प्लास्टिक के पैकेट , टेट्रा पैक और कांच में बेची जाएगी। यूपी सरकार ने बार लाइसेंस की फीस में कोई बढ़ोतरी नहीं की है । हालांकि अंग्रेजी शराब के कुछ ब्रांडों की कीमतों में बढ़ोत्तरी होगी।