वॉलमार्ट बनने जा रही देश की सबसे बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी, फ्लिपकार्ट से 15 बिलियन डॉलर में हुई डील

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देश की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स की दिग्गज कंपनी फ्लिपकार्ट को वॉलमार्ट ने 70 फीसद की हिस्सेदारी लगभग 15 बिलियन डॉलर में ख़रीदा है | वॉलमार्ट से डील के बाद भी अब फ्लिपकार्ट की बाकी की हिस्सेदारी सिर्फ बिन्नी बंसल के नेतृत्व में ही संचालित होगी।

सॉफ्टबैंक के सीईओ मासायोशी सन ने इसकी पुष्टि की है। इस मीटिंग में वॉलमार्ट के सीईओ डग मैकमिलन समेत दोनों कंपनियों के शीर्ष अधिकारी मौजूद रहे। करीब 13 खरब रुपए मूल्य के फ्लिपकॉर्ट और दुनिया की सबसे बड़ी रिटले चेन वॉलमार्ट के बीच डील हुई है | संभावना है कि ,बुधवार को दोनों कंपनियों की तरफ से इस डील का आधिकारिक ऐलान कर दिया जाएगा |

डील के बारे में बताया जा रहा है कि जापान की सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉर्प और टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट की फ्लिपकार्ट में अपनी 20-20 प्रतिशत की हिस्सेदारी बेचने का अनुमान है | भारतीय कंपनी फ्लिपकार्ट की वैल्युएशन का मूल्य 20 अरब डॉलर आंका जा सकता है।

इस सौदे से वॉलमार्ट को भारत में खुदरा ऑनलाइन बाजार में अपने कदम रखने में मदद मिलेगी और हां अमेजन से मुकाबला करना चाहेगी। फ्लिपकार्ट के दूसरे फाउंडर सचिन बंसल कंपनी में अपनी पूरी 5.5 फीसद की हिस्सेदारी बेचकर कंपनी से बाहर होने का फैसला लिया है। और 20 फीसद शेयरधारक जापान का सॉफ्टबैंक भी वॉलमार्ट को अपने शेयर बेचकर कंपनी से निकल जाएगा।

इस डील के बाद अब फ्लिपकार्ट को कैपिटल गेन टैक्स का भी भुगतान करना पड़ सकता है। जानकारी के मुताबिक नैस्पर्स लिमिटेड, चीन की टेंसेंट होल्डिंग्स लिमिटेड, ईबे इंक और माइक्रोसॉफ्ट, फ्लिपकार्ट में बने रहेंगे।