मोरबी पुल हादसे में लापरवाही के 10 सबूत ; पुलिस के बयान से हुआ खुलासा ,

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
इस चिट्ठी से कई खुलासे हुए हैं और पुल की रिपेयरिंग में बड़ी लापरवाहियां सामने आई हैं. इसके अलावा पुलिस ने भी कोर्ट में कई खुलासे किए हैं. इस बीच पुल का रिनोवेशन करने वाली ओरेवा कंपनी की चिट्ठी वायरल हो गई है, जिसे आरेवा ग्रुप ने दो साल पहले मोरबी के कलेक्टर को लिखा था.पुल हादसे में अब तक 135 लोगों की मौत हो चुकी है और अभी भी नदी में तलाशी अभियान जारी है.

टेम्पररी रिपेरिंग को लेकर लिखा गया था लेटर:
हादसे के बाद ओरेवा ग्रुप और मोरबी कलेक्टर की मीटिंग का लेटर वायरल हो गया है, जिसे आरेवा ग्रुप ने दो साल पहले टेम्पररी रिपेरिंग करके ब्रिज शुरू करने को लेकर लिखा था. लेटर में ओरेवा कंपनी की ओर से लिखा गया है कि अगर सिर्फ रिपेयरिंग का काम होना है तो कंपनी किसी भी तरह का मटेरियल या सामान मरम्मत को लेकर ऑर्डर नहीं करने वाली है.

मोरबी कलेक्टर ने लेटर को लेकर कही ये बात:
ओरेवा कंपनी के लेटर को लेकर मोरबी कलेक्टर का कहना है कि यह उसकी जांच कराएंगे और पता करेंगे कि उस दौरान क्या बातचीत हुई थी. मोरबी के कलेक्टर के मुताबिक उन्होंने 2 हफ्ते पहले ही जॉइन किया है और उन्होंने अपने पहले के कलेक्टर के कामकाज पर कहा कि उन्होंने अच्छा काम किया है. उनकी तरफ से कोई गड़बड़ी नहीं थी और जहां तक ब्रिज के ओपनिंग को परमिशन देने की बात है तो वह नगरपालिका की तरफ से स्टेप लिया जाता है.

मोरबी पुल हादसे में लापरवाही के 10 सबूत:
ओरेवा कंपनी की चिट्ठी और कोर्ट में पुलिस के बयान के बाद मोरबी पुल हादसे में 10 बड़ी लापरवाहियां सामने आई हैं, जिनकी वजह से 135 लोगों की जान चली गई.

ओरेवा कंपनी की चिट्ठी से खुलासा-
1. नए करार तक रिपेयरिंग का सामान नहीं खरीदा
2. कलेक्टर से स्थाई कॉन्ट्रैक्ट की मांग
3. प्रक्रिया पूरी होने पर ही रिपेयरिंग
4. फिलहाल अस्थायी तौर पर पुल चालू करेंगे
5. अस्थाई मरम्मत के बाद पुल फिर खोल सकते हैं

पुलिस के बयान से सामने आई ये बातें-
6. केबल का काम ठीक से नहीं किया गया
7. 4 ठेकेदारों के पास तकनीकी डिग्री नहीं
8. किसी को भी लाइफ जैकेट नहीं दिया गया
9. जहां से केबल टूटा वो जगह कमजोर
10. बिना मंजूरी के ओरेवा कंपनी ने शुरू किया ब्रिज

अब तक 135 लोगों की हो चुकी है मौत-
मोरबी कलेक्टर ने रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि हादसे के बाद नदी से निकाले गए 17 लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. अब तक हादसे में 135 लोगों की मौत हुई है, जबकि एक व्यक्ति अभी भी मिसिंग है. लापता व्यक्ति पंजाब का रहने वाला है और उसके परिवार के लोगों से मोरबी प्रशासन संपर्क में है. उसकी तमाम जानकारियां मंगाई गई हैं और तलाश जारी है. सर्च एंड रेस्क्यू ऑपरेशन में 18 बोट तैनात की गई है, इसमें एनडीआरएफ, आर्मी, फायर ब्रिगेड समेत अन्य एजेंसियां शामिल है.