मैनपुरी चुनाव के लेकर अखिलेश यादव के सामने आई नई चुनौती : चाचा शिवपाल के दो करीबियों ने डिंपल की बढ़ा दी मुश्किल ,

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
यूपी में मैनपुरी लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सियासी पारा बहुत गर्म चल रहा हैं . कब किस पार्टी के साथ क्या हो जाए कुछ पता नहीं ऐसे में सपा अखिलेश यादव को लगा बड़ा झटका क्योकि पत्नी डिंपल यादव के जरिए मुलायम सिंह यादव की विरासत बचाने की कोशिश कर रही हैं ,वहीं दूसरी तरफ बीजेपी सपा के गढ़ को भेदने की तैयारी में जुटी है. इस बीच समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लगा है और शिवपाल यादव के 2 करीबियों ने डिंपल की मुश्किल बढ़ा दिया है.

शिवपाल यादव के करीबियों ने थामा BJP का दामन :
मैनपुरी लोकसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में डिंपल यादव की मुश्किलें उस समय बढ़ गई, जब चाचा शिवपाल यादव के करीबी और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के दो नेताओं समेत सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थाम लिया. इसके बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के सामने नया चैलेंज आ गया है.

सीएम योगी की मौजूदगी में बीजेपी ने शामिल हुए प्रसपा नेता :
मैनपुरी में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा के दौरान बसरेहर ब्लॉक प्रमुख दिलीप यादव बबलू और प्रसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सुनील यादव सोमवार को बीजेपी में शामिल हो गए. इसके साथ ही प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भी भाजपा का दामन थाम लिया. सीएम योगी ने मंच से सभी को पार्टी में आने की बधाई दी.

‘समाजवादी विचारधारा से भटक गई है पार्टी’:
दिलीप यादव बबलू और सुनील यादव ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल होने के बात समाजवादी पार्टी और प्रसपा पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी नेताजी (मुलायम सिंह यादव) की समाजवादी विचारधारा से भटक गई है. पार्टी की इसी नीतियों की वजह से वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं. इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार रघुराज सिंह शाक्य के समर्थन में चुनाव प्रचार करने और जिताने का दावा भी किया.

5 दिसंबर को मैनपुरी में होगा मतदान:
बता दें कि मैनपुरी लोकसभा सीट समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई थी, जिसपर उपचुनाव हो रहा है. मैनपुरी में 5 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे, जबकि 8 दिसंबर को मतों की गणना होगी.