विद्युत उपभोक्ताओं को ऑनलाइन भुगतान के लिए : योगी सरकार द्वारा – किया जा रहा जागरूक ,

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
यूपी सरकार राज्य को डिजिटल प्रदेश बनाने की कोशिशों के तहत विद्युत उपभोक्ताओं को जागरूक करने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर रही है. सरकार बिजली बिल के ऑनलाइन भुगतान के लाभ के बारे में उपभोक्ताओं को जागरूक करने के लिए अभियान चला रही है. जिसमें समय पर बिजली बिल का भुगतान करने के विभिन्न लाभ के बारे में बताया गया है.कि अगर आप देय तिथि से पहले अपने बिजली बिल का पूरा भुगतान करते हैं, तो आपको पूरे बिल में एक प्रतिशत तक की छूट मिल सकती है. इससे कनेक्शन कटने से होने वाली परेशानी से बचा जा सकता है. इसके अलावा निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए भी यह बेहद आवश्यक है क्योंकि पावर कॉरपोरेशन को भी विद्युत क्रय करना पड़ता है

ग्रामीण क्षेत्रों में काम कर रहा ‘बिजली सखी’ नामक स्वयं सहायता संगठन-
उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार की पहल पर ग्रामीण क्षेत्रों में ‘बिजली सखी’ नामक स्वयं सहायता संगठनों की महिलाएं बिजली बिल संग्रह में लगी हुई हैं. उन्होंने कहा कि इससे ग्रामीण निवासियों के लिए अपने बिजली बिल का भुगतान करना आसान हो गया है. यूपीपीसीएल की वेबसाइट पर ऑनलाइन शिकायतों के लिए एक सुविधा भी है, जिस पर दोषपूर्ण बिलों की सूचना दी जा सकती है.

मीटर रीडर द्वारा मासिक रीडिंग लेते वक्त किन बातों का ख्याल रखना चाहिए. इसके अनुसार, वो उपभोक्ता जिनका बिल मीटर रीडर द्वारा बनाया जाता है वो परिसर में लगे मीटर नंबर और बिल पर लिखे मीटर नंबर का मिलान अवश्य कर लें. इसके अतिरिक्त मीटर व बिल की रीडिंग में कोई अंतर नहीं होना चाहिए. रीडिंग मिलान नहीं होने की स्थिति में इसकी सूचना विभाग को अवश्य करा देनी चाहिए ताकि कार्रवाई की जा सके. इसमें कहा गया है कि यूपीपीसीएल की प्राथमिकता उपभोक्ताओं को सही विद्युत बिल सही समय पर उपलब्ध कराना है.

सूचना के अनुसार, अगर किसी उपभोक्ता की विद्युत आपूर्ति मीटर खराब होने की वजह से बाधित हो गई है तो उसे तत्काल इसकी सूचना 1912 पर देनी चाहिए. इसके अलावा उपभोक्ता इसकी सूचना वेबसाइट पर दर्ज लिंक पर जाकर ऑनलाइन भी करा सकते हैं, या फिर लिखित शिकायत भी विद्युत कार्यालय के उपकेंद्र में की जा सकती है. सूचना प्राप्त होते ही प्राथमिकता में विद्युत आपूर्ति शुरू की जाएगी और जांच के बाद मीटर बदलने की कार्रवाई की जाएगी.