सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद नहीं सुधर रहा है बिजली विभाग ,

रीडर टाइम्स न्यूज़
रोहित दीक्षित
बताते चलें ताजा मामला हरदोई जिले के तहसील बिलग्राम के थाना क्षेत्र सांडी का है जिसमें आज सांडी निवासी अंकित कुशवाहा पुत्र भोज पाल अपने पड़ोस स्थित सांडी पक्षी विहार के पास खेत में लहराती हुई फसल को बचाने के लिए गया हुआ था जिसकी आवारा पशुओं से सुरक्षा के लिए किसान ने खेत के चारों तरफ लोहे के कांटों से घेर रखा था परंतु खेत के पड़ोस में ही 11,000 लाइन के तार निकले हुए थे। जो नीचे खंबे के द्वारा उसके खेत में लगे हुए थे। उसी खंबे में किसान ने बिजली विभाग पर भरोसा कर, कि ऐसे खंभों में तो करंट आने की संभावना बिल्कुल होती ही नहीं है। लोहे के तारों को बांध रखा था आज जब अचानक बच्चा खेत में घुसने के लिए जैसे ही लोहे के तार को छुआ उसको 11000 की लाइन ने अपनी चपेट में ले लिया। आसपास खेत में स्थित लोगों में चीख-पुकार मच गई आनन-फानन में लोगों ने सूखी लकड़ी से बच्चे को सुरक्षित निकालकर एंबुलेंस द्वारा सांडी आदमपुर स्थित अस्पताल पहुंचाया जहां सी एच सी अधीक्षक ने बच्चे को गंभीरता से लिया और उसके ऊपर मेडिकल स्टाफ लगाकर उसकी जान बचा ली यह तो लाख-लाख धन्यवाद हो उस ईश्वर का जो समय रहते कुछ किसानों की नजर उस बच्चे पर पड़ गई और बच्चा समय से अस्पताल पहुंच गया जहां उस डॉक्टर रूपी भगवान ने उस बच्चे को बचा लिया बच्चे को सुरक्षित देखकर परिवार वालों ने चैन की सांस ली।

लेकिन हर बार ऐसा करिश्मा हो जाए संभव नहीं है इसलिए बिजली विभाग को इसकी गंभीरता को समझना चाहिए और हरे भरे खेतों में लगे हुए खंभे को समय-समय पर चेक करते रहना चाहिए कि कहीं कोई करंट तो नहीं आ रहा है कई बार आपने देखा खेत में खड़ी फसल मई-जून के महीनों में जल जाती है बरसात के महीनों में करंट आ जाता है किसानों की मृत्यु हो जाती है लेकिन इससे बिजली विभाग कोई सीख नहीं लेता और ना ही इससे बचने को लेकर कोई गंभीर उपाय किए गए हैं अब देखना यह है कि बिजली विभाग इसको कितनी गंभीरता से लेता है। और खंभों के आसपास किस कदर से सुरक्षा मुहैया कराता है जिससे किसानों की जान एवं उनकी फसल बच सके।