मकर सक्रांति पर्व में गंगा स्नान को लेकर श्रद्धालुओं का उमड़ा जनसैलाब : कोरोना गाइडलाइन की उड़ी धज्जियां ,

 

रीडर टाइम्स न्यूज़
शिवधीश त्रिपाठी
मकर सक्रांति के दिन पूरे देश में गंगा स्नान से लेकर पतंगबाजी का भी त्यौहार मनाया जाता है जगह जगह लोगों ने संत महात्माओं एवं कन्याओं को प्रसाद वितरण कर पूर्ण कमाया। रविवार के दिन फर्रुखाबाद के पांचाल घाट में जबरदस्त श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा गंगा स्नान को लेकर सुबह से लेकर शाम तक भारी भीड़ रही, भीड़ को देखते हुए शासन प्रशासन ने पुलिस के साथ-साथ एनडीआरएफ की टीम को भी पूरे एलर्ट मोड पर रखा। रामनगरिया मेले में बच्चों से लेकर बड़ों तक ने सभी झूले एवं सर्कस का भी आनंद लिया वहां पर भी खासा भीड़ नजर आई , कहीं पर भी करो ना की गाइडलाइन का पालन नहीं किया गया कोई भी व्यक्ति मास्क लगाए नजर नहीं आया , श्रद्धालुओं में इतना विश्वास देखकर उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी गंगा स्थानों के किनारे संपूर्ण व्यवस्थाएं कराई है चाहे वह पानी की हो चाहे वह शौचालय की हो या दवाई की हो या पुलिस प्रशासन की हो यही नहीं गंगा स्नान के दौरान जो नाविक नाव पर श्रद्धालुओं को नाव की सैर कराते हैं। उनको भी बखूबी तैरना आता है कई बार इन लोगों ने भी डूबते हुए लोगों को बचाया है।

पांचाल घाट के नाविक ने रीडर टाइम्स के रिपोर्टर पुनीत शुक्ला को बताया की कई बार श्रद्धालु नहाते नहाते बीच धार में आ जाते हैं फिर वह डूबने लगते हैं उन लोगों को जैसे ही यात्रियों के डूबने की आहट लगती हैं । एनडीआरएफ का इंतजार ना करते हुए ही वह स्वयं श्रद्धालुओं को बचाकर मानव धर्म निभाते हैं। गंगा आरती के समय भी पांचाल घाट पर एक अद्भुत नजारा देखने को मिला सभी भक्तगण बड़ी श्रद्धा के साथ दीपक जलाकर गंगा मां की आरती गाकर पूर्ण के भागी बनते हैं।

तमाम श्रद्धालुओं ने बताया कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार से व्यवस्थाओं को लेकर वह पूरी तरह संतुष्ट है शासन प्रशासन पूरी तरीके से सभी श्रद्धालुओं का ध्यान रख रहा है इस पूरे मेले के दौरान सिर्फ और सिर्फ अगर लापरवाही नजर आई तो वह बढ़ रहे कोरोना महामारी की, जिसको किसी ने भी गंभीरता से नहीं ले रखा था शासन प्रशासन को इस पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए क्योंकि अभी खतरा टला नहीं है गत वर्ष की भांति चीन में या अन्य कई देशों में इसकी भयानक शुरुआत हो चुकी है अब देखना है कि सरकार एवं पुलिस प्रशासन इस को कितनी गंभीरता से लेता है।