फिल्म “द केरला स्टोरी” उत्तर प्रदेश सरकार के आदेशों की उड़ाई जा रही है धज्जियां ,

शिवधीश त्रिपाठी
रीडर टाइम्स न्यूज़ (ब्यूरो चीफ क्राइम)
जब भी कोई फिल्म किसी धर्म की सच्चाई पर आधारित रिलीज होती है तो उस पर विवाद होना तय है ऐसा अक्सर देखने में आया है अभी कुछ दिनों पहले फिल्म “the Kerala story”रिलीज होने से पहले ही कुछ राजनीतिक पार्टियों . इस्लाम की पैरवी करने वाले नेताओं ने इसका पुरजोर विरोध किया था ताकि यह सिनेमा थिएटर में लांच ना हो पाए और केरल की सच्चाई लोगों तक न पहुंच पाए फिल्म में दर्शाई गई कहानी के अनुसार कैसे मुस्लिम लड़कों एवं उनके मौलवियों द्वारा “हिंदू लड़कियों” को एक जाल में फंसाया जाता है और उन्हें धीरे-धीरे ब्रेनवाश करके इस्लाम की ओर धकेला जाता है यही नहीं उनके पूरे दिमाग में यह भर दिया जाता है कि हिंदू धर्म में जितने भी लोग हैं सब काफिर होते हैं जो कि उनके दुश्मन के रूप में देखे जाते हैं उनको मारने के बाद मुस्लिम लड़कियों एवं व्यक्तियों को जन्नत मिलती है .

यूपी के मुखिया बाबा महाराज पूरी तरीके से हिंदुत्व के एजेंडे पर काम कर रहे हैं उन्होंने इस फिल्म को लेकर पूरे उत्तर प्रदेश में सभी सिनेमा थिएटर में टैक्स फ्री करने का आदेश जारी कर दिया है . देश के कई राज्यों में इस को बैन करने की जोरदार आवाजें उठाई गई लेकिन फिल्म की सच्चाई को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने भी इसको लांच करने का आदेश दे दिया .

आज जब tax free का रियलिटी चेक उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के एक थिएटर “मीरा चित्र मंदिर” में किया गया तो वहां टिकट काउंटर पर बैठे व्यक्ति ने बताया यह आदेश हरदोई के इस पिक्चर थिएटर में नहीं लागू है यहां पूरे रेट में सभी ग्राहकों को टिकट मिलेगी मतलब यानी बड़े थियेटर्स कॉन्प्लेक्स में ही इसका लाभ आम आदमी को मिलेगा, छोटे जिलों की जनता को अगर इस फिल्म को देखना है तो पूरे पैसे चुका कर ही देखनी पड़ेगी .फिल्म का मकसद हिंदू धर्म में सो रहे सभी व्यक्तियों को जगाना है अभी भी समय है हिंदू संगठित होकर अपने धर्म की रक्षा के लिए आगे आए हिंदू लड़कियों और महिलाओं को मुस्लिम पुरुषों से कैसे बचना है इसको देखकर समझाने की कोशिश की गई है ताकि आने वाले समय में कोई भी इनका शिकार ना बने, अब देखना यह है उत्तर प्रदेश सरकार एवं हिंदुत्व की जनता इसको कितनी गंभीरता से लेती है .