पढाई के लिए स्टूडेंटस के साथ होती है फंड की दिक्कत – ये रहे आसान तरीके ,

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
पढ़ाई करने के लिए स्टूडेंट्स विदेश जाना चाहते हैं वह अपने मन मुताबिक पढ़ाई करना चाहते हैं और कुछ बनना चाहते हैं. कई स्टूडेंट्स ऐसे होंगे जिन्हें लगता होगा कि भारत मे पढ़ाई करने के बाद शायद वह उस मुकाम पर न पहुंच पाएं जिस पर वह विदेश में पढ़ाई करके पहुंच सकते हैं. लेकिन एक सबसे बड़ी समस्या जो ज्यादातर स्टूडेंटस के साथ होती है वह होती है फंड की. आज हम आपको इसी समस्या का समाधान बताने जा रहे हैं.

स्कॉलरशिप इसके लिए एक अच्छा तरीका हैं. इंटरनेशनल और डोमेस्टिक ऑर्गेनाइजेशन विदेश में पढ़ाई के लिए स्टूडेंट्स को मेरिट बेस्ड स्कॉलरशिप्स देती हैं. इसके लिए आपको खुद ही नजर रखनी होगी कि कौन सी स्कॉलरशिप आपके फायदे की हो सकती है. आपको उसके लिए अप्लाई करना होगा. आवेदन करने के बाद उसके लिए जरूरी शर्तों को पूरा करना होगा. आप उसकी जरूरी शर्तों पर खरा उतरते हैं और आपको स्कॉलरशिप मिल जाती है तो आपके फंड का जुगाड़ हो गया.

फाइनेंशियल एड्स –
विदेश में पढ़ाई करने जा रहे कई स्टूडेंट्स नीड-बेस्ड वित्तीय सहायता, अनुदान या सहायता के लिए आवेदन कर सकते हैं जो या तो उनके विश्वविद्यालय या थर्ड पार्टी के संगठनों द्वारा प्रदान की जाती हैं.

स्पॉन्सरशिप –
कोई कंपनी या कॉर्पोरेट स्पॉन्सरशिप का फायदा उठा सकता है. यदि आपकी कंपनी आपकी पढ़ाई को विदेशों में स्पॉन्सर करती है तो आपको कुछ नियमों और शर्तों का पालन करना होगा.”

एजुकेशन लोन –
अगर ऊपर बताए गए किसी भी जुगाड़ से आपका काम नहीं बन पाता है तो आप एजुकेशन लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं. इस बात का ध्यान रखना है कि एजुकेशन लोन को आपको चुकाना होगा. इसलिए केवल उतना ही फंड लें जितने की जरूरत हो. कुछ फंड अपने पास से और कुछ एजुकेशन लोन से जुटा सकते हैं.