कारगिल विजय दिवस” पर “आश्रय सेवा समिति” ने हरदोई के सोल्जर बोर्ड में “सैनिकों” को किया सम्मानित ,

 

रीडर टाइम्स न्यूज़
अनूप सिंह की रिपोर्ट
देश में हर साल 26 जुलाई यानी आज के दिन कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है। इस दिन ही कारगिल में भारत और पाकिस्तान के बीच लगभग 60 दिनों तक चले युद्ध का अंत हुआ था। भारत को इस युद्ध में जीत मिली थी। साल 1999 में पाकिस्तानी सेना प्रमुख परवेज मुशर्रफ और लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद अजीज ने 1998 की शरद ऋतु से ही भारत में घुसपैठ करने की योजना तैयार कर रहे थें। पाकिस्तानी घुसपैठिये- आतंकी और सैनिक चोरी-छिपे कारगिल की पहाड़ियों में घुस आए थे। इनके खिलाफ भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन विजय’ शुरू किया और घुसपैठियों को या मौत के घाट उतार दिया या भागने पर मजबूर कर दिया। द्रास और मशकोह के उप-क्षेत्रों में बंदूकधारियों के उत्कृष्ट प्रदर्शन के सम्मान में पॉइंट 4875 को “गन हिल” का नाम दे दिया गया। वायु सेना ने इस मिशन को “ऑपरेशन सफेद सागर” नाम दिया था। 26 जुलाई 1999 को ही सेना ने अपने पराक्रम के दम पर कारगिल की पहाड़ियों को घुसपैठियों के चंगुल से पूरी तरह मुक्त कराया और टाइगर हिल तथा हाईएस्ट प्वाइट 4875 पर अपना कब्जा वापस हासिल किया। तभी से इस दिन को भारत में कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। कारगिल युद्व में हालांकि 500 से ज्यादा भारतीय जवान वीरगती को प्राप्त हुए थे। कारगिल युद्ध को हुए 24 साल हो चुके हैं। इस साल हम ‘विजय दिवस’ की 24वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।

1971 में भारत पाक युद्ध के बाद से ही दोनों देशों के बीच युद्ध होते रहे। भारत-पाकिस्तान के बीच कश्मीर पर आधिपत्य को लेकर कश्मीर में शांतिपूर्ण समाधान का वादे के तहत फरवरी 1999 में हस्ताक्षर किए गए, लेकिन वादे के बाद भी नियंत्रण रेखा के पार भारतीय क्षेत्र में पाक की घुसपैठ होती रही। दरअसल सर्दियों की शुरुआत में सैनिक ऊंची चोटियों पर अपनी पोस्ट छोड़कर निचले इलाकों में आ जाते थे। पाकिस्तान और भारतीय दोनों सेनाएं ऐसा करती थीं। सर्दियों में जब भारतीय सेना चोटियों से नीची उतरी तो पाकिस्तानी सैनिकों और आतंकवादियों ने चुपके से घुसपैठ करके प्रमुख चोटियों को अपने कब्जे में ले लिया। पाकिस्तानी सैनिक और आतंकवादी अब ऐसी प्रमुख चोटियों पर तैनात थे, जहां से वह भारतीय सेना को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचा सकते थे। भारतीय सेना को इस घुसपैठ की जानकारी चरवाहों से मिली। चरवाहों ने पाकिस्तानी सैनिकों और घुसपैठियों को वहां देख लिया था। इसके बाद भारतीय सेना ने घुसपैठियों से अपनी जमीन को खाली कराने के लिए ‘ऑपरेशन विजय’ चलाया और भारतीय सैनिकों ने टाइगर हिल पर 4 जुलाई 1999 को वापस भारत का कब्जा हासिल किया और जुबर हाइट्स, बटालिक पर 7 जुलाई 1999 में पाकिस्तानी सैनिकों को खदेड़ कर भारत का कब्जा हासिल किया। 14 जुलाई को उस दौरान के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने ऑपरेशन विजय के सफल होने की घोषणा की और 26 जुलाई तक कारगिल युद्ध आधिकारिक तौर पर समाप्त हुआ और भारतीय सेना ने पाकिस्तान के बलों की पूर्ण वापसी की घोषणा की।

“आज इसी कड़ी में हरदोई की आश्रय सेवा समिति ने हरदोई के सोल्जर बोर्ड में 1999 के कारगिल युद्ध में शामिल हुए जवानों को सम्मानित कर माल्यार्पण किया एवं सभी जवानों को विजय दिवस की शुभकामनाएं दी आश्रय सेवा समिति के संरक्षक डॉ आलोक सिंह, अध्यक्ष नितीश कृष्ण मुखर्जी महिला मोर्चा की अध्यक्ष रीना गुप्ता अपने संबोधन में सभी को कारगिल विजय दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दीं .