अविश्वसनीय हार्ट ट्रांसप्लांट बंगलुरु से कोलकाता लाया गया ज़िंदा दिल, बचाई झारखण्ड के मरीज की जान

gokhale-550x330

कोलकाता:- पहली बार पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एक दुर्लभ हृदय प्रत्यारोपण सर्जरी की गई है। इसे उत्तर-पूर्वी भारत में भी पहला ऐसा हृदय प्रत्यारोपण सर्जरी का मामला बताया जा रहा है कोलकाता सोमवार की सुबह एक दुर्लभ हृदय प्रत्यारोपण की सर्जरी का गवाह बना| कोलकाता के निजी अस्पताल फोर्टिस में पूर्वी व उत्तर पूर्वी भारत का पहला हृदय प्रत्यारोपण सर्जरी की गयी| दुर्घटना के बाद ब्रेन डेथ करार दिये गये दानकर्ता के हृदय को बेंगलुरु से चार्टेड विमान से सुबह साढ़े 11.30 कोलकाता लाया गया और कोलकाता हवाई अड्डे से लेकर इएम बाइपास स्थित फोर्टिस अस्पताल तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है|

images (4)

एक सड़क दुर्घटना में बेंगलुरु के वरुण बीके (21) की मौत हो गई थी। डॉक्टरों ने उसे शनिवार को ब्रेन डेड घोषित कर दिया था। इसके बाद मृतक के परिवार के सदस्यों ने हार्ट डोनेशन की इच्छा व्यक्त की थी। अस्पताल अथॉरिटी ने तुरंत चेन्नै के मल्हार फोर्टिस अस्पताल से संपर्क किया लेकिन उस वक्त वहां कोई जरूरतमंद नहीं था। इसके बाद तुरंत कोलकाता के फोर्टिस अस्पताल से संपर्क साधा गया। यहां भर्ती दिलचंद सिंह गंभीर रूप से कार्डियोमायोपैथी से पीड़ित थे। डोनर और 39 वर्षीय दिलचंद का ब्लड ग्रुप ए पॉजिटिव निकला।

करीब 18 किलोमीटर की इस दूरी को 22 मिनट में पूरा कर लिया गया| उन्होंने बताया कि अस्पताल में डॉक्टरों की एक टीम ने दो घंटे तक हृदय रोग से पीड़ित मरीज का ऑपरेशन किया और यह हृदय प्रतिरोपण सफल रहा| जिसे पूरा होने में तकरीबन 3 घंटे का वक्त लगेगा। 30 विशेष डॉक्टरों की एक टीम सर्जरी के लिए उपस्थित है। इनके साथ डॉ. तपस रॉयचौधरी और डॉ. एआर मंदानार भी शामिल हैं। मरीज की प्रतिरोपण सर्जरी करनेवाले डॉक्टरों की इस टीम के एक डॉक्टर ने बताया कि मरीज अगले 24 से 48 घंटे तक निगरानी में है और उसकी स्थिति स्थिर है|