मोदी ने तीसरी बार वाराणसी से नामांकन दाखिल किया !

रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव -2024 के लिए मंगलवार को वाराणसी से तीसरी बार नामांकन किया पुष्प नक्षत्र में उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में अपना पर्चा दाखिला किया। पीएम के नामांकन में शमिल होने के लिए काशी में दिग्गजों का जमावड़ा लगा। कई राज्यों के मुख्यमंत्री व बड़ी हस्तिया नामांकन में शामिल हुई हैं। इसके पूर्व गंगा सप्तमी पर माँ गंगा को नमन करने के उपरांत प्रधानमंत्री काशी कातेवाल काल भैरव के दर पर पहुंचे थे। वहा उनसे अनुमति -आशीर्वाद लेकर नामांकन किया। काल -भैरव मंदिर में पूजन और कलेक्ट्रट में नामांकन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी साथ रहे।

दिल्ली की सियासत का रास्ता यूपी से होकर गुजरता हैं। और उसी यूपी के पूरब में हैं। महादेव शिव की नगरी काशी वो वीवीआईपी जो पूरब की पॉलिटिक्स का एपिसेंटर मानी जाती हैं। यानी जो काशी ने तय कर दिया। वो समझिए हो गया कभी कॉंग्रेस को सत्ता के मुकाम तक पहुंचाने वाला शहर वाराणसी आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सबसे लकी सीट बन चुकी हैं। लगातार तीसरी बार इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। और एक बार -बार फिर पीएम के रोड शो ने पूरब की सियासी फिजाओ को बदल दिया हैं।

2014 के चुनावो से लेकर 2019 के आम चुनावी में काशी ने ही ये तस्वीर की साफ की ,कि भीजेपी के लिए जीत का मार्जिन कितना बड़ा होने वाला हैं लेकिन सवाल ये भी हैं कि आखिर तीसरी बार भी पीएम मोदी ने वाराणसी को ही क्यों चुना।

बिहार ,यूपी , मध्य प्रदेश जैसे हिंदी भाषी राज्यों के लिए काशी हिन्दू हार्टलैंड से कम नहीं हैं। यहाँ के लोगो कि काशी में अगाध आस्था हैं। सनातन धर्म के प्रवाह का त्रिकोण अयोध्या ,प्रयाग और काशी को ही माना जाता हैं यानी काशी से दिया गया संदेश पुराण का सबसे बड़ा जनादेश बनता हैं और भीजेपी इसे बहुत अच्छी तरह से समझती हैं।