रीडर टाइम्स डेस्क
मैं 32 साल से सीबीआई के लोगों को खोज रहा उनकी वजह से मेरी रेलवे की नौकरी गई। यह मामला उस दर्द का जवाब है मैं कहां-कहां नहीं भटका किसी ने मुझे बताया था कि सीबीआई वाले लखनऊ में मिलेंगे …

लखनऊ के सीबीआई दफ्तर की सुरक्षा में तैनात एएसआई पर तीर से हमला करने का मामला सामने आया। बताया गया कि बिहार के 50 वर्षीय दिनेश मुर्मू ने एएसआई के ठोकने पर तीर से हमला कर दिया। जिससे वह घायल हो गए और उन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया फिलहाल पुलिस ने आरोपी दिनेश मुर्गों को गिरफ्तार कर लिया।
लखनऊ पुलिस लाइन के एएसआई वीरेंद्र सिंह के सीबीआई के लखनऊ दफ्तर पर तैनाती है इसी बीच शुक्रवार को मुर्मू सीबीआई गेट पर खड़ा था। मुर्मू से जब एएसआई ने खड़े रहने का कारण पूछा तो उसने झोले से धनुष निकालकर वीरेंद्र सिंह को मार दिया। जिससे एएसआई वीरेंद्र सिंह घायल हो गए और उन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती करना पड़ा।
डीपी मध्य आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि एएसआई वीरेंद्र सिंह लखनऊ पुलिस लाइन में तैनात है और सीबीआई दफ्तर की सुरक्षा में नियुक्त शुक्रवार दोपहर झोला लेकर दिनेश दफ्तर पहुंचा और गेट के किनारे बैठ गया है। कारण पूछा तो उसने कोई जवाब नहीं दिया बाहर जाने के लिए कहा था दिनेश भड़क उठा और कुछ कदम चलने के बाद झूले से तीर धनुष निकालकर एएसआई पर हमला कर दिया। पुलिस के अनुसार शुरुआती जांच में उसकी मानसिक स्थिति सामान नहीं लग रही है। दिनेश पूर्व में रेलवे में गनमैन था उसने काफी साल पहले वाराणसी में तैनाती के दौरान रेलवे में निरीक्षण पर ₹200 रिश्वत लेने की शिकायत सीबीआई की एंटी करप्शन टीम से की थी जिसमें आरोपी दारोगा को सजा भी सुनाई हुई थी।
पहले भी कई मामलों में जेल जा चुका है आरोपी –
पूछताछ में पता चला कि दिनेश मुर्मू बिहार में रेलवे में नौकरी करता था लेकिन साल 2000 में अपने आक्रामक रवैया और गुस्से की वजह से रेलवे से बर्खास्त कर दिया गया था। साल 2005 में दिल्ली पुलिस के सिपाही से मारपीट में वह जेल जा चुका है। 2015 में दिनेश मुर्मू को जौनपुर से जीआरपी ने सिपाही के साथ मारपीट में जेल भेजा था। रेलवे में नौकरी के दौरान मुर्मू ने रेलवे के ट्रैक इंस्पेक्टर की सीबीआई से ₹200 घूस लेने घूस मांगने की शिकायत की थी। जिसके बाद से सीबीआई की टीम ने ट्रक इंस्पेक्टर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
शुक्रवार शाम को सीबीआई के गेट पर जैसे ही एएसआई वीरेंद्र सिंह पहुंचे उन्होंने दिनेश वर्मा को खड़े देखा इसके बाद उन्होंने पूछताछ के बाद उसे गेट से भगा दिया लेकिन जैसे ही वह थोड़ी दूर गया वैसे ही झूले में रखे धनुष बाण को निकाला और चला दिया जिससे एएसआई वीरेंद्र सिंह घायल हो गए।