गोलगप्पे बेचने वाले युवक का इसरो में सिलेक्शन

रीडर टाइम्स डेस्क
आपने कई सारी सक्सेस स्टोरी सुनी और पढ़ी होगी लेकिन यह थोड़ी अलग है क्या आप कभी सोच सकते हैं कि एक गोलगप्पा बेचने वाला शख्स पढ़ाई करके इसरो में नौकरी कर सकता है आमतौर पर कोई भी नहीं सोचेगा लेकिन यह सच है

महाराष्ट्र की गोंदिया जिले के तिरोदा तहसील के ख़ैरबोडी नंदन नगर के रहने वाले रामदास हेमराज मारबडे ने एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की। जिन्होंने सही रणनीति के साथ खुद पर भरोसा मेहनत के दम पर आज इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाईजेशन इसरो में नौकरी हासिल कर ली। अब इसरो के टेक्नीशियन डिपार्टमेंट में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

कहते हैं कि अगर इंसान में कुछ करने की चाहत हो तो उसे कोई नहीं रोक सकता लेकिन सफलता उन्ही को मिलती है जो लगन और मेहनत के साथ आगे बढ़ते महाराष्ट्र के गोंदिया जिले के नंदन नगर में रहने वाले रहने वाले गोलगप्पे भेजने वाले रामदास हेमराज मारबडे को इसरो में नौकरी मिल गई।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रामदास फिलहाल इसरो की टेक्नीशियन डिपार्टमेंट में काम कर रहे हैं उनके पिता डूंगर गांव जिला परिषद स्कूल में चपरासी थे जो हाल ही में रिटायर हुए हैं उनकी मां ग्रहणी है आर्थिक स्थिति ठीक ना होने के कारण में बीए के बाद पढ़ाई नहीं कर पाए। उन्होंने दिन में गोलगप्पे भेजना शुरू किया और रात में पढ़ाई की वर्ष 2023 में इसरो ने ऑपरेटिव ट्रेंनिंग पदों के लिए भारतीय आधुनिक सूचना जारी की दौरान रामदास ने रिक्त पद देख आवेदन किया उन्होंने नागपुर में पद के लिए परीक्षा की अगस्त 2024 में उन्होंने श्रीहरिकोटा में इसरो केंद्र में परीक्षा दी और अच्छे अंकों से उत्तीर्ण हुए। उन्होंने 19 में 2025 को जॉइनिंग लेटर के साथ श्रीहरिकोटा स्थित इसरो केंद्र में कार्यभार ग्रहण किया।