रीडर टाइम्स डेस्क
जिस महिला की लाश को पोस्टमार्टम के लिए लाया गया उसकी आंत बच्चेदानी बाहर निकली हुई थी। गांव वालों ने जो ऊपर से दूसरी साड़ी लपेट के दी थी। वह भी खून से लतपथ हो गई थी। जो देखा वह कभी भूल नहीं सकते …

मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में एक आदिवासी महिला से गैंगरेप के मामले में गिरफ्तार आरोपियों में से एक ने कथित तौर पर उसके शरीर के अंदर हाथ डाल दिया था। इसके बाद महिला की आते बाहर आ गई और अत्यधिक खून बहाने से उसकी मौत हो गई। पुलिस ने सोमवार को मामले के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि गैंगरेप के दोनों और आरोपी हरि (40 )और सुनील (35 )को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
महिला के साथ बर्बर यौन हिंसा की गई जिससे उसकी आंत 176 सेंटीमीटर यानी पौने छह फिट से अधिक प्राइवेट पार्ट से बाहर निकल आई थी। गुप्त अंगों पर गंभीर चोट के निशान हालांकि गर्भाशय और रेक्टम बरक़रार थे।अत्यधिक रक्तस्राव और सदमे से महिला की मौत हुई। खंडवा पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट का हवाला देकर बर्बरता की बात को दबाने की कोशिश की पुलिस ने गैंगरेप और हत्या की पुष्टि तो की लेकिन प्राइवेट पार्ट से अंग बाहर निकालने की बात पर चुप्पी साधे रही।
वहीं पीड़िता के परिजनों ने बार-बार कहा कि प्राइवेट पार्ट को इतना नुकसान पहुंचा था कि शरीर के आंतरिक अंग बाहर निकल आए थे। शुरू में परिवार ने इसे गर्भाशय समझा जिस जिसके कारण भारी रक्तस्राव से महिला की मौत हो गई।