डेस्क रीडर टाइम्स
आज सावन मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 29 जुलाई को नाग पंचमी का त्यौहार मनाया जा रहा है इस दिन सभी अपने परंपरा के अनुसार पूजा और भोग लगाते हैं ...

पूरे देश में 29 जुलाई यानी आज नाग पंचमी का त्यौहार मनाया जा रहा है यह त्यौहार सावन के पवित्र महीने में मनाया जाता है। जो की 9 अगस्त को समाप्त होगा। हिंदू पंचांग के अनुसार श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को हर साल नाग पंचमी मनाई जाती है। हिंदू संस्कृति में यह दिन नागों के प्रति बड़े धार्मिक उत्सव और भक्ति के साथ मनाया जाता हैं। इस दिन भक्त नाग देवता की पूजा करते हैं और अपने परिवार की कुशलता के लिए प्रार्थना करते हैं
आपको बता दे कि भगवान शिव को अधिकांश शुभ कार्यों के लिए इस योग को श्रेष्ठ माना जाता है इस युग की गिनती शुभ मुहूर्त में होती है इस योग में पूजा और उपाय करने से भगवान शिव सभी को पूरा करते हैं आज महत्वपूर्ण शिवयोग दिन भर रहेगा तो उसके साथ और अधिक स्वार्थ सिद्धि व लक्ष्मी योग बना हुआ है हालांकि सोमवार रात ११:43 बजे से पंचमी तिथि का आरंभ हो जाएगी लेकिन उदय तिथि मिलने के कारण आज शिवयोग में भगवान शिव और नागों की पूजा की जाएगी।
क्या भोग लगाते हैं –
नाग पंचमी पर सभी जगह अपनी परंपराओं के अनुसार भोग लगाया जाता है। कई जगह इस दिन घर के बाहर नाग देवता की आकृति बनाकर उन्हें खीर और पुरी का भोग लगता है इस दिन मीठा खाया जाता है कई जगह इस दिन पीले सरसों गाय के गोबर और नदी के बालू से परोरा जाता है जिस घर की दीवारों पर नाग का चित्र बनाते हुए चारों तरफ लगाया जाता है। नाग देवता के चित्र पर दूध और धान के लावा को एक कटहल के पत्ते पर रखकर चढ़ाया जाता है।
नाग पंचमी पूजन विधि –
इस दिन सुबह स्नान करके शिव जी का स्मरण करें और फिर शिव जी का अभिषेक करें उन्हें बेलपत्र और जल अर्पित करें फिर शिव जी के गले में विराजमान ना की पूजा करें नाक को हल्दी रोली चावल और फूल अर्पित करें इसके बाद चने , खील , बताशा ,कच्चा दूध अर्पित करें। फिर घर के मुख्य द्वार पर गोबर गेरुआ या मिट्टी से सर्प की आकृति बनाएं और इसकी भी पूजा करें। इसके बाद ॐ कुरु कुल्ले फट स्वाहा का जाप करते हुए पूरे घर में जल छिड़क।
नाग पंचमी का महत्व –
हिंदुओं के लिए नागपंची एक पवित्र त्योहार माना जाता है इस दिन नागों की पूजा की जाती है अपने विषैला स्वभाव के कारण नागों को देवता माना जाता है और उन्हें सबसे शक्तिशाली जानवरों में से एक माना जाता है पौराणिक मान्यताओं के अनुसार नागों को पता लोग का देवता माना जाता है और यह सभी नागों का निवास स्थान है। इसके अतिरिक्त ऐसा माना जाता है कि इस दिन नागों की पूजा करने से कप सर्प दोष और सर्प भय दूर होता है। नाग राजा वासुकी जो भगवान शिव के गले में लिप्त रहते हैं कई भक्ति देवी मनसा की पूजा करते हैं जो वासुकी की बहन है। और उन्हें जिन्हें भगवान शिव की पुत्री माना जाता है।