दिल मिले तो सीट क्या चीज है : सुशील मोदी

 

Nitish_Sushil Kumar

पटना:बिहार के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता सुशील मोदी का एक बड़ा बयान सामने आया है .सुशील मोदी ने कहा है कि बिहार में NDA के नेता सुशील कुमार हैं ,नरेंद्र मोदी देश के नेता हैं लेकिन बिहार के नेता नितीश कुमार ही हैं  . इस से पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के घर पर रविवार को जेडीयू कोर कमेटी की बैठक हुई. इस बैठक में बिहार में JDU को 25  सीटें और बीजेपी को 15  सीटें देने कि बात हुई .माना जा रहा है कि कैराना उपचुनाव के परिणाम आने के बाद से ही NDA घटक दलों ने बीजेपी पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है .मुख्यमंत्री नितीश कुमार और रामविलास पासवान ने पहले ही बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने के लिए दबाव बनाने के संकेत दे दिए हैं .

 

 

माना जा रहा है कि सुशील कुमार मोदी ने इस विवाद को शांत करने के लिए बयान दिया है .जब सीटों के बटवारे पर सुशील मोदी से पुछा गया तो उन्होंने कहा कि ‘ कोई विवाद नहीं है जब दिल मिल गए हैं तो सीट कौन सेी बड़ी चीज है ‘.जिस इन हम बैठेंगे उस दिन सीटों के बटवारे पर भी फैसला हो जायेगा .वही जेडीयू नेता अजय आलोक ने कहा, ‘सीट शेयरिंग को लेकर जेडीयू में कोई कन्फ्यूजन नहीं है. हम अब तक 25 सीटों पर चुनाव लड़ रहे थे और बीजेपी 15 सीटों पर लेकिन अब कुछ सहयोगी पार्टियां भी हमसे जुड़ गई हैं. तो अब सीट शेयरिंग को लेकर सीनियर नेता फैसला करेंगे. बिहार में नीतीश कुमार ही एनडीए गठबंधन का चेहरा हैं.’

 

अन्य दलों का भी रखना होगा ख्याल 

जेडीयू  बीजेपी पर दबाव बना कर बिहार में अपने आप को बड़े भाई के तौर पर पेश करना चाहती है , राजनितिक विशेषज्ञों कि मने तो ये अटल जी वाली बीजेपी नहीं है ये नरेंद्र मोदी और अमित शाह कि बीजेपी है .फिलहाल तो सुशील मोदी ने मामले को बयान देकर टाल दिया है  लेकिन अब ये देखना दिलचस्प होगा कि सीटों का बटवारा कैसे होता है क्योंकि अगर बीजेपी नीतीश कुमार की बात मानती है, तो ऐसी हालत में अपने 7 सांसदों की सीट को त्याग देना पड़ेगा .बीजेपी सूत्रों की मानें तो महज 10 से 15 सीटें ही पार्टी जेडीयू के लिए छोड़ सकती है. क्योंकि बाकी सहयोगी दल भी हैं, जिनके लिए भी सीटें छोड़नी हैं.