प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोले अखिलेश यादव, मैं टोटी चोर नहीं जो मेरा था मैं उसे साथ लेकर गया हूँ

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पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हलाकि अपना बांग्ला खली कर दिया है लेकिन अब तक वो सुर्ख़ियो में है| वजह कुछ और नहीं उनके बंगले ऐसी हालत है | अखिलेश यादव पर बंगले में तोड़फोड़ और क्षतिग्रस्त करने के आरोप लगे| मामले में राज्यपाल राम नाईक ने भी सीएम योगी को पत्र लिखकर मामले को गंभीर माना और जांच के लिए कहा है| उधर मामले में बुधवार को सपा मुखिया अखिलेश यादव ने प्रेस कांफ्रेंस कर सफाई दी, साथ ही योगी सरकार पर बदले की राजनीतिक आरोप लगाया और वह टोटी लेकर पहुंच गए। ये देखकर सभी हैरान रह गए। अखिलेश ने कहा कि जो टोटी गायब मिली है वही लौटाने आए हैं। मैं सारी टोटियां देने को तैयार हूं। ये टोटी बीजेपी को देना चाहता हूं ताकि उनकी नफरत कम हो। अखिलेश ने ये भी कहा कि सीएम आवास में भी बहुत सारे मेरे सामान हैं, वो सब लौटा दें सीएम।

इतना ही नहीं अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर उपचुनाव में हार के कारण बंगला साजिश रचने के भी आरोप लगाए, जिस पर सिद्धार्थनाथ सिंह ने जवाब दिया| उन्होंने कहा कि यह ‘उल्टा चोर कोतवाल को डांटे’ वाली हालत है| अखिलेश ने अपनी सफाई में कहा था कि अगर जांच रिपोर्ट में सरकारी पैसे से सामान की बात साबित हो जाए तो वह वापस करने के लिए तैयार हैं| अखिलेश ने दावा किया है| मैंने उस घर को अपनी पसंद से बनाया है। अगर मुझे कुछ पसंद है, तो वो मैं अपने पैसे से करूंगा, दूसरों के पैसे से नहीं। मीडिया ये पता करे कि आपसे पहले वहां कौन पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाया कि मीडिया के पहुंचने से पहले सीएम के ओएसडी अभिषेक और आईएएस मृत्युंजय नारायण पहुंचे थे।

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अखिलेश ने कहा कि लोग प्यार में अंधे होते हैं लेकिन गुस्से और जलन में में कितने अंधे होते हैं, वो अब मैंने देखा है। जिन्हें नफरत होती है वे ही ऐसा करते हैं। जो सामान मेरा था वही मैं लेकर गया। उन्होंने मीडिया पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कम से कम जो सही था वो तो दिखाते। सपा अध्यक्ष ने कहा कि मुझे तो सरकार की रिपोर्ट का इंतजार है, जिससे पता चले कि मैंने सरकारी संपत्ति को कितना नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने यहाँ तक कहा की सरकार के तोड़फोड़ वाले सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मुझे जैसा घर मिला था मैंने वैसा घर वापस किया है| मेरे घर में पिछले सवा साल में एक हजार बच्चे आए होंगे। उन सबसे पूछो कि कहां है स्वीमिंग पूल। जो स्वीमिंग पूल है ही नहीं, उस पर खबर बना दी गई कि पूल पर मिट्टी डाल दी गई।अगर सरकारें कागज से चलती हैं, तो कागज़ से कागज़ मिला लो|

बंगले के मुद्दे पर राज्यपाल के हस्तक्षेप पर अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा कि बंगले के मुद्दे पर सोये हुए लोग भी जाग गए। कहा कि जांच के बाद जल्द ही राज्यपाल जी को सच्चाई का पता चल जाएगा। वह अच्छे आदमी हैं, उन्हें संविधान के हिसाब से बोलना चाहिए लेकिन उनमें कभी-कभी आरएसएस की आत्मा आ जाती है।राज्यपाल ने उच्चतम न्यायालय के आदेश के उपरान्त उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रियों को राज्य सरकार द्वारा आवंटित आवासों को रिक्त किये जाने के प्रकरण का स्वतः संज्ञान लेते हुए राज्य सम्पत्ति विभाग के अधिकारियों को बुलाकर जानकारी ली. प्रवक्ता के मुताबिक अधिकारियों ने बताया कि सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को आवंटित आवासों की वीडियोग्राफी कराई गई है और चार, विक्रमादित्य मार्ग स्थित सरकारी आवास में तोड़फोड़ होने की बात भी सामने आई है|

आखिर में उन्होंने बीजेपी पर तंज कस्ते हुए उन्होंने सरकार को छोटा दिल और मानसिकता वाला बताते हुए कहा कि एक्सप्रेस वे और मेट्रो हमने दिया लेकिन सरकार ने कभी हमारा नाम नहीं लिया। सिर्फ किए गए काम का ही उद्घाटन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये इसलिए ऐसा कर रहे हैं क्योंकि गोरखपुर और फूलपुर की हार ये स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने यहाँ तक कहा कि अब जो मुख्यमंत्री बनेगा वो सबसे पहले लखनऊ में सबसे बड़ा प्लॉट ढूंढेगा। वो तो गालीमत थी कि मैंने पहले ही ले रखा था, अब बहुत शानदार घर बनवाऊंगा।