लखनऊ : समाजवादी पार्टी में अन्तर्कलह थमने का नाम नहीं ले रही है l रोज़ पार्टी के अंदर कुछ नया हंगामा तैयार हो जाता है ,आज पार्टी के सिनिएर नेताओ ने सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव से भेट कर पार्टी के बिगड़ते हालातो पर चर्चा की जिसमे प्रमुख रूप से किरणमय नंदा,नरेश अग्रवाल ,बेनी प्रसाद वर्मा ,व रेवती रमण सिंह शामिल हुए l इन चारो नेताओ ने आने वाले चुनावो में पार्टी की बिगडती छवि पर चिंता व्यक्त करते हुए जल्द ही कुछ समस्या का हल निकालने पर बल दि या l सपा सुप्रीमो ने अखिलेश के समर्थन में चिठ्ठी लिखने वाले विधायक उदय वीर सिंह पर खासी नाराजगी व्यक्त की l
देर शाम खबर मिली की अखिलेश समर्थक उदय वीर सिंह पार्टी से ६ वर्ष के लिए बाहर निकाल दिया है l उदय वीर के बाहर किये जाने से पिता पुत्र की बीच की खाई और बढ़ने के पूरे आसार दिखाई पड़ रहे है
राजनितिक विश्लेषको की माने तो सपा के अंदर जो चल रहा है उसके इतनी जल्दी सुधरने के आसार नजर नहीं आ रहे है क्यों की जब भी पार्टी के अंदर कोई भी समस्या आती थी तो संकटमोचन की तरह पार्टी केमुखिया मुलायम सिंह यादव पूरी कमान अपने हाथोंमें लेकर परिस्थितयों को अपने ढंग से सुलझाने में माहिर थे l
लेकिन इस बार बात उनके वश से बाहर जाती दिखाई पड़ रही है कहते है की डाक्टर अपना इलाज खुद नहीं कर पता ठीक वही हालत इस समय मुलायम सिंह की है बात बनती न देख मुलायम सिंह यादव ने अपने वरिष्टों को काम पर लगा दिया है l
सुलह के फॉर्मूले पर बैठकों का दौर
मीटिंग में मुलायम सिंह लगातार बोलते रहे. उन्होंने इन नेताओं के सामने अपनी भड़ास निकाली. इसी बीच दो बार शिवपाल यादव को भी मीटिंग में बुलाया गया जहां शिवपाल यादव ने अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश भी की लेकिन बैठक में सुलह का क्या फॉर्मूला हो इसपर कुछ भी फैसला नहीं हो सका. बहरहाल मुलायम सिंह यादव से मीटिंग के बाद जब इन नेताओं ने अखिलेश से मुलाकात का प्रस्ताव रखा तो मुलायम सिंह ने अपनी नाराजगी के बावजूद तुरंत मिलने और कोई फॉर्मूला ढूंढने की सलाह दी.