जम्मू कश्मीर: आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन संगठन में शामिल हुआ फरार पुलिसकर्मी

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श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित पांपोर के थाना प्रभारी के सुरक्षा दस्ते में शामिल एक पुलिसकर्मी हथियारों संग फरार हो गए| आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन का हिस्सा बन गया है। हालांकि पुलिस ने इस बारे में अभी आधिकारिक तौर पर कुछ साफ नहीं कहा है। लेकिन हिजबुल मुजाहिदीन ने एक बयान जारी कर इस बात की पुष्टि करने के साथ ही राज्य पुलिस के सभी जवानों व अधिकारियों को नौकरी छोड़ हिजब में शामिल होने को कहा है।

सूत्रों के मुताबिक इरफान सरकारी एसाल्ट राइफल, दो मैगजीन और कारतूस लेकर भागा है। वह मंगलवार की दोपहर बाद तक पुलिस स्टेशन में ही था और उसके बाद अचानक वहां से गायब हो गया। देर शाम गए जब उसे बुलाया गया तो वह कहीं नहीं मिला। उसका फोन भी स्विच ऑफ था। इतना ही नहीं फरार एसपीओ आतंकियों के साथ जा मिला है, क्योंकि वह जिस इलाके का रहने वाला है, उसे आतंकियों के प्रभाव वाला माना जाता है। काकपोरा और उसके साथ सटे इलाकों में बीते दो सालों के दौरान कई लड़के आतंकी बने हैं। इस क्षेत्र में जब भी सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान चलाया, उन्हें भीषण पथराव का सामना करना पड़ा है।

 एसएसपी अवंतीपोर जैयद मलिक ने इस एसपीओ के गायब होने की पुुष्टि करते हुए बताया कि हम उसका पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं। वह किन हालात में गायब हुआ है, कहां गया है, सभी तथ्यों का पता किया जा रहा है। यह पूछे जाने पर कि क्या वह आतंकी बन गया है तो उन्होंने कहा कि अभी तक हमारे हाथ ऐसा कोई सुबूत नहीं लगा है जो उसके आतंकी बनने की पुष्टि करता हो।

अलबत्ता, हिजबुल मुजाहिदीन के प्रवक्ता गाजी बुरहानुदीन ने स्थानीय न्यूज एजेंसियों को फोन पर बताया कि पांपोर पुलिस स्टेशन से लापता एसपीओ इरफान अहमद कहीं गायब नहीं है। उसने पुलिस की नौकरी छोड़ हिजबुल मुजाहिदीन का साथ देने का फैसला किया है और वह इस समय संगठन के अन्य लड़कों के साथ सुरक्षित ठिकाने पर है।