समाज के सभी तबके रैली में हुए शामिल
तीन साल के बच्चे से लेकर बुजुर्गो ने भी किया शराब का विरोध
लखनऊ : नशा सिर्फ एक परिवार को नहीं बल्कि पूरे समाज सहित देश को खोखला कर रहा है इसकी जड़े इतनी गहरी है कि इसके आदि अंत का पता लगाना बेहद मुश्किल है लेकिन शराब के नशे की जड़ को ही उखाड़ने का संकल्प लिया है शराब बंदी संघर्ष समिति ने जो निरंतर प्रदेश को शराब मुक्त बनाने के लिए संघर्षरत है
शराब मुक्त प्रदेश बनाने की दिशा में पहल करते हुए शराब बंदी संघर्ष समिति ने आज एक जन-जागरूकता पदयात्रा का आयोजन किया जिसमे समाज के सभी वर्गो के साथ-साथ सभी धर्मावलंबियों ने हिस्सा लिया जिसमे प्रमुख रूप से दिव्यागिरि-धर्मगुरु मनकामेश्वर मंदिर
अशोक बाजपेई महासचिव ( एम.एल.सी समाजवादी पार्टी ), दिव्यागिरी- धर्म गुरु मनकामेश्वर मंदिर मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली-इमाम,ऐशबाग ईदगाह के साथ -साथ कई स्कूलों के छात्र-छात्राएं,बुद्धजीवी तथा कर्मचारी समुदाये,समिति के घटक पधाधिकारी तथा समिति के विभिन्न जिलो के सदस्यों ने हिस्सा लिया इस पदयात्रा में हिन्दू-मुस्लिम-सिख-ईसाई सभी ने मिलकर समाज की इस नशा विरोधी मुहिम को बल देने के लिए एकजुट हुए और सभी ने मिलकर नारा लगाया ,”हिन्दू-मुस्लिम-सिख-ईसाई आपस में सब भाई-भाई और जन-जन का यह नारा शराब बंद कराना है ”सभी स्कूल,कॉलेज से आये बच्चो ने भी बड़ी संख्या में इसमें शिरकत की
शराब बंदी संघर्ष समिति के चेयरमैन मुर्तजा अली ने जिला मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देकर मांग रखी कि सरकार को सख्त नियम बनाकर प्रदेश में शराब पूरी तरह से प्रतिबन्ध लगा देना चाहिए पूर्व अंतर्राष्ट्रीय खिलाडी व समिति के संरक्षक मंडल की सदस्य निगहत खान ने कहा कि शराब समाज का नासूर बन चुकी है जो दिन -रात परिवारों को तबाह और आने वाले नस्ल को बर्बाद कर रही है स्कूल जाने वाले छोटे-छोटे बच्चे भी शराब के लती बनते जा रहे है अतः सरकार को इस पर सख्ती बरतते हुए शराब पर बैन लगाना चाहिए तभी एक स्वस्थ समाज कि स्थापना सम्भव हो पायेगी