PM MODI रवांडा, युगांडा,दक्षिण अफ्रीका का ऐतिहासिक दौरा आज से शुरू, कई वैश्विक महत्व पर होगी चर्चा

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नई दिल्‍ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार से तीन अफ्रीकी देशों के दौरे पर हैं | प्रधानमंत्री के इस दौरे के दौरान भारत ब्रिक्स के तहत पहले महाद्वीप में द्विपक्षीय और उसके बाद बहुपक्षीय संवाद स्थापित करेगा | विदेश मंत्रालय ने उनके इस दौरे को लेकर जारी एक बयान में बताया कि ‘रवांडा, युगांडा और दक्षिण अफ्रीका के दौरे से अफ्रीका महाद्वीप के साथ हमारा संबंध और मजबूत होगा’, दक्षिण अफ्रीका दौरे के दौरान वह ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेंगे जिसमें अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा समेत कई वैश्विक महत्व के मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है |

 

विदेश मंत्रालय के सचिव टी. एस. तिरुमूर्ति ने संवाददाताओं से कहा कि 23 से 27 जुलाई तक तीन देशों के अपने दौरे में प्रधानमंत्री सबसे पहले दो दिन की ‘ऐतिहासिक’ यात्रा पर रवांडा जाएंगे, यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली रवांडा यात्रा होगी, इसके बाद वह 24 जुलाई को युगांडा जाएंगे और यहां से उनका अगला पड़ाव दक्षिण अफ्रीका होगा |

 

पिछले कुछ वर्षों में अफ्रीकी देशों के साथ विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण अनुबंध हुआ है, पिछले चार साल में हमारे देश के राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री अफ्रीका के 23 दौरे कर चुके हैं, मोदी अपने रवांडा दौरे के दौरान रवांडा के राष्‍ट्रपति को अनमोल तोहफा देने की तैयारी में हैं, वह वहां के राष्‍ट्रपति पॉल कागामे को 200 गाय तोहफे के रूप में देंगे, यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली रवांडा यात्रा होगी |

 

पीएम मोदी इस यात्रा के दौरान रवांडा को 200 गायें देंगे। इन गायों को देश के पूर्वी प्रांत में ‘गिरिंका कार्यक्रम’ के तहत खरीदा जाएगा, जिसके मुताबिक, हर गरीब परिवार के लिए 1 गाय का होना अनिवार्य है। इस कार्यक्रम के तहत मिली गायों से जन्मीं पहली बछिया को पड़ोसी को तोहफे में देना अनिवार्य है। इस तरह से रवांडा में गरीब से गरीब परिवार के पास भी जीवनयापन का एक सहारा रहता है।

 

रवांडा की राजधानी किगली से भारत के मेट्रो शहर काफी कुछ सीख सकते हैं, खासतौर पर नई दिल्ली। यहां की सफाई और सार्वजनिक परिवहन की समय की पाबंदी जरूर सीखने लायक है क्योंकि रवांडा में असली विकास साल 1994 के बाद ही शुरू हुआ है। इससे पहले रवांडा खूनी गृहयुद्ध और नरसंहार का गवाह रहा है।

 

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले रविवार को ही चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग भी रवांडा पहुंचे थे। यह पहली बार है जब कोई चीनी राष्ट्रपति रवांडा गए हों। भारत और चीन दोनों ही एशियाई शक्ति हैं और अफ्रीकी देशों से मेलजोल बढ़ाने का सबसे बड़ा कारण वहां मौजूद प्राकृतिक संसाधन हैं।

 

अपनी यात्रा के दूसरे चरण में प्रधानमंत्री मोदी युगांडा जाएंगे और वहां के राष्ट्रपति योवेई मुसेवेनी से मुलाकात करेंगे। साथ ही प्रतिनिधि स्तरीय वार्ता के बाद वो भारत और युगांडा के संयुक्त व्यापार कार्यक्रम में भी शिरकत करेंगे। इस दौरान वो युगांडा की संसद को भी संबोधित करेंगे और भारतीय समुदाय के सदस्यों से भी मुलाकात करेंगे।

 

पांच दिवसीय दौरे के आखिरी पड़ाव में पीएम मोदी दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग जाएंगे और वहां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। यह ब्रिक्स नेताओं का 10वां शिखर सम्मेलन है। इस शिखर सम्मेलन में वो चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मुलाकात करेंगे, जिसमें रक्षा, सुरक्षा के जुड़े कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी। इसके अलावा पीएम मोदी दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे।

 

दो दिवसीय रवांडा दौरे के बाद प्रधानमंत्री मोदी 24 जुलाई को यूगांडा जाएंगे और फिर दक्षिण अफ्रीका पहुंचेंगे। यहां मोदी जोहांसबर्ग में होने वाले 10वें ब्रिक्स सम्मेलन में शिरकत करेंगे।