Home Breaking News महाराष्ट्र: शिक्षा और नौकरी में आरक्षण से जुड़ा मराठा आंदोलन, युवक के मौत के बाद हुआ हिंसक
महाराष्ट्र: शिक्षा और नौकरी में आरक्षण से जुड़ा मराठा आंदोलन, युवक के मौत के बाद हुआ हिंसक
Jul 24, 2018

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ राज्य के सबसे बड़े मराठा समाज में आग सुलग रही है। मराठों का गुस्सा उबाल मार रहा है। 72 हजार सरकारी नौकरियों की भर्ती में मराठों के लिए 16 प्रतिशत पद आरक्षित रखने का सीएम का फैसला इस आग को ठंडा करने के बजाय और भड़का रहा है। कल ही एक युवक ने औरंगाबाद में गोदावरी नदी में कूदकर अपनी जान दे दी| युवक की खुदकुशी के बाद आरक्षण आंदोलन और भड़क उठा| कई जिलों में लोगों ने प्रदर्शन किया और गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया| इतना ही नहीं आज मराठा आंदोलनकारियों ने मुंबई और ठाणे को छोड़कर पूरे महाराष्ट्र में बंद बुलाया है| हिंसक घटनाओं को देखते हुए स्टेट ट्रांसपोर्ट विभाग ने औरंगाबाद से पुणे के बीच बस नहीं चलाने का फैसला किया है|
प्रदर्शनकारियों ने कल पहले परभनी जिले के गंगाखेद तहसील में अहमदनगर-औरंगाबाद राजमार्ग जाम कर दिया और पुलिस वाहन और बस समेत कई वाहनों को नुकसान पहुंचाया| प्रदर्शनकारियों ने मराठों के लिए तत्काल 16 प्रतिशत आरक्षण की घोषणा और जान गंवाने वाले युवक शिंदे के परिवार के लिए 50 लाख रुपये के मुआवजे की मांग की है|

मराठा क्रन्तिकारी के एक नेता ने कहा की हम युवक की मृत्यु को हम खुदखुशी नहीं मानते| उन्होंने कहा की युवक की खुदखुशी को शहीद का दर्जा दिया जाना चाहिए| साथ ही युवक के परिवार को 50 लाख का मुवाजा का प्रावधान होना चाहिए| साथ ही स्थानीय अधिकारियो के खिलाफ कार्यवाही की जानी चाहिए| इतना ही नहीं क्रांतिकारियों ने कहा की जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं की जाएगी| तब तक वह युवक के शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे|
डीएम का दवा- हमने सारी शर्ते मन ली
औरंगाबाद के डीएम ने दावा किया कि महाराष्ट्र सरकार ने मराठा क्रांति मोर्चा की लगभग सभी मांगों को मान ली है| हमने खुदकुशी करने वाले युवक के परिवार को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया है| साथ ही युवक के भाई को सरकारी नौकरी दी जाएगी| पुलिस के मुताबिक, औरंगाबाद जिले के कायगांव निवासी 27 वर्षीय काकासाहब शिंदे एक पुल से गोदावरी नदी में कूद गया| उसके तुरंत बाद उसे नदी से निकालकर अस्पताल ले जाया गया लेकिर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया|

यह घटना उस समय में हुई है जब कल ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने पंढरपुर के मंदिर की अपनी यात्रा मराठा संगठनों की इस धमकी के बाद स्थगित कर दी कि वे कार्यक्रम में बाधा पहुंचायेंगे| कई संगठनों ने फडणवीस के इस्तीफे की मांग करते हुए कायगांव (औरंगाबाद), कोल्हापुर में इचलकरंजी में सड़क मार्ग अवरुद्ध कर दिए और ठाणे में फडणवीस के पुतले पर टमाटर फेंके| कई मराठा संगठनों ने नौ अगस्त को अगस्त क्रांति मनाते हुए महाराष्ट्र बंद की घोषणा की है|
दुखद मौत है: चव्हाण
औरंगाबाद जिले में काका साहेब शिंदे की मौत को कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद बताते हुए मराठा युवकों की धरपकड़ को सरकारी दमन बताया है। उन्होंने कहा सरकार हर विरोध करने वाले को ताकत के बल पर दबाना चाहती है। आंदोलनकारियों को गुनहगार ठहराया जा रहा है। किसानों ने मोर्चा निकाला तो उन्हें नक्सलवादी ठहराने का प्रयास किया गया। ऐल्गार परिषद के आयोजकों को माओवादी बताने का प्रयास किया गया। भीमा कोरेगांव दंगे के सूत्रधार को न पकड़ते हुए आंदोलन करने वाले दलित आंदोलकारियों की धरपकड़ की गई। चव्हाण ने मराठा आंदोलनकारियों से संयम बनाए रखने की अपील भी की है।