भारत माता की जय, वन्देमातरम के नारों के साथ दी गई अंतिम विदाई

संवाददाता आशीष गुप्ता
रीडर टाइम्स न्यूज़
पाली – हरदोई जनपद के पाली थाना क्षेत्र के ग्राम भरखनी निवासी भारतीय सेना के शहीद जवान दिवाकर बाजपेई पुत्र बालमुकुंद बाजपेई को फर्रुखाबाद के पांचाल घाट में राजकीय सम्मान व गार्ड ऑफ ऑनर के साथ अंतिम विदाई दी गई। गुरूवार की सुबह 11 बजे सेना के जवान उनके पार्थिव शहीर को लेकर उसके गांव भरखनी पहुंचे। शहीद की एक झलक पाने के लिए सुबह से ही मौके पर हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे। गमगीन माहौल के बीच लोगों ने जब तक सूरज चांद रहेगा, दिवाकर भैया का नाम रहेगा, भारत मां की जय जैसे… शब्द पूरे गांव में गूंजते रहे शहीद के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन को जनसैलाब उमड़ पड़ा। सभी एक स्वर में भारत माता की जय व शहीद जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे।

हजारों की भीड़ शहीद की एक झलक पाने के लिए बेताब थी। जवानों ने पार्थिव शरीर को सम्मानपूर्वक वाहन से निकालकर कंधे पर उठाया और लोकेंद्र के आंगन तक गए। देश सेवा में जान गंवाने वाले बेटे को देखने के लिए सुबह से लोग इंतजार कर रहे थे। जैसे ही तिरंगे से लिपटे दिवाकर को देखा, वहां मौजूद सभी की आंखें नम हो गईं।

शहीद दिवाकर के बुजुर्ग माता-पिता के मुंह से बेटे की शहादत पर शब्द नहीं फूट रहे थे। वहीं, पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल था। नम आंखों से सभी ने जांबाज बेटे को आखिरी विदाई दी।

मंगलवार को फिरोजपुर (पंजाब) में ड्यूटी के दौरान ही पेट में दर्द उठने के बाद अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई। वृहस्पतिवार को सुबह 11 बजे सेना की टुकड़ी शहीद के पार्थिव शरीर को लेकर भरखनी गांव पहुंची। शहीद दिवाकर के पार्थिव शरीर के आने की सूचना लगते ही लोग सड़क पर दौड़ पड़े। एंबुलेंस से शहीद का पार्थिव शरीर को उतार कर घर में रखा गया। इस दौरान मां व पत्नी शालिनी बाजपेई की चीत्कार देखकर हर किसी की आंखें आंखें नम हो गईं।

इस दौरान पत्नी शालिनी और मां कई बार बेसुध हो गई। वहां मौजूद परिवारीजनों ने उन्हें संभाला। शहीद का चेहरा दिखाने के लिए ताबूत को खोला गया। इसके बाद प्रशासन की ओर से शहीद का पार्थिव शरीर अंत्येष्टि स्थल पांचाल घाट की ओर सेना के वाहन से ले जाया गया। युवा रास्तेभर हिंदुस्तान जिंदाबाद, वंदे मातरम् ,भारत माता की जय , दिवाकर भैया अमर रहें आदि नारे लगाते रहे। अंत्येष्टि स्थल पर पहले से मौजूद गांव समेत क्षेत्र की बड़ी संख्या में जनता उमड़ पड़ी। हर कोई अंतिम दर्शन को आगे आना चाह रहा था।

परिवार में शहीद के पिता बालमुकुंद , मां , पत्नी शालिनी बाजपेई, पुत्र लव ,कुश, भाई ध्रुव,रामसुशील, प्रवीण सहित परिवार के अन्य सदस्यों व रिश्तेदारों ने अंतिम दर्शन कर पुष्प चक्र अर्पित किए। इसके बाद सवायजपुर एसडीएम स्वाती शुक्ला सहित पुलिस के अधिकारियों ने शहीद को पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।