रीडर टाइम्स डेस्क
हरदोई २7 जुलाई :- हर का अर्थ है, हरण करना। हरदोई के प्रारम्भ में हर बहुत महत्त्वपूर्ण है। हर और दुइ (दो) से मिलकर बना है, हरदोई। जिसका अर्थ होता है, ऐसे दो देव जो दु:ख का हरण कर लेते हैं। इसलिए हरदोई का नाम परिवर्तित करने का कोई औचित्य नहीं है…

शहीद उद्यान स्थित कायाकल्पकेन्द्रम् में “हरदोई नाम की सार्थकता” विषयक संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में पधारे प्रख्यात विद्वान प्रो. ओ. पी. मिश्र ने कहा कि हरदोई का नाम बदलने का कोई औचित्य नहीं है, इसकी सार्थकता को समझें। उन्होंने कहा यहां विश्वविद्यालय बनाया जाना चाहिए और उसका नाम प्रह्लाद विश्वविद्यालय रखें। उन्होंने कहा कि हरदोई नाम बदलने के बजाय यहां की ग़रीबी और बेरोज़गारी को बदलें। अध्यक्षता करते हुए प्रो. अखिलेश वाजपेयी ने कहा कि समय के साथ चलना तो ठीक है लेकिन डूबना नहीं चाहिए। आगे कहा जहां आवश्यक था, वहां नाम बदले गए लेकिन हरदोई स्वयं में अच्छा नाम है तो इसे बदलने के बारे में सोचना ही नहीं चाहिए।
कायाकल्पकेन्द्रम् के संस्थापक व सीनियर नेचरोपैथ डॉ. राजेश मिश्र ने कहा कि हरदोई शब्द ‘हर और दुइ’ से मिलकर बना है। जिसका अर्थ अत्यंत पवित्र और व्यापक है। उन्होंने कहा कि गांव-गांव में हरदेव राजा की पूजा की जाती है। उन्होंने कहा कि दुइ यहां की क्षेत्रीय भाषा है। जिसका अर्थ होता है दो। हरदोई का अर्थ है, दो देव हमारे दुःख का हरण करें। उन्होंने कहा कि हरदोई स्वयं में श्रेष्ठ नाम है। डॉ. सरल कुमार ने कहा कि उनके पिताजी प्रख्यात होम्योपैथ थे और वे दो अवतारों की कहानी सुनाते थे। उन्हीं दो देवताओं पर हरदोई नाम रखा गया जो अच्छा लगता है।
भाजपा नेता प्रीतेश दीक्षित ने कहा कि हरदोई स्वयं में श्रेष्ठ नाम है और प्रह्लाद नाम भी अच्छा है। इसलिए विक्टोरिया हाल का नाम परिवर्तित करके प्रह्लाद भवन रखना चाहिए। भाजपा नेता आकाश सिंह ने कहा कि दो देवों से उत्पन्न हरदोई नाम की जड़ें इतनी गहरी हैं कि गांव-गांव में हरदेव राजा की पूजा की जाती है। कहा हरदोई बाबा मंदिर की ख्याति से भी सभी परिचित हैं। पतंजलि के युवा प्रभारी सोनू गुप्ता ने सभी वक्ताओं से सहमति व्यक्त करते हुए कहा कि आज समझा हूं, हरदोई का मतलब। उन्होंने कहा हरदोई शब्द में सब कुछ है। डॉ अभिषेक पाण्डेय, शिवकुमार, दीपाली, अनामिका उपस्थित रहे।