रूस में दुनिया का सबसे बड़ा भूकंप 8.8 तीव्रता

रीडर टाइम्स डेस्क
सुनामी की लहरों ने पहले कम छटके में तबाही मचाई इसके चलते सेवेरो कुरिल्स शहर के बाद बंदरगाह और फिश प्रोसेसिंग प्लांट में पानी भर गया। रूस में सरकार ने कहा कि एक किंडर गार्डन भवन को नुकसान पहुंचा लेकर अधिकांश इमारतें ठीक है …

8.8 तीव्रता का भूकंप हिरोशिमा जैसे 14300 परमाणु बमों के साथ फटने की ऊर्जा के बराबर है लेकिन क्या यह तुलना सही है और यह भूकंप इतना खतरनाक क्यों माना जा रहा है इस समझते हैं वैज्ञानिक तथ्यों और रिसर्च के आधार पर कितना प्रभाव होगा हम यह भी देखेंगे कि रूस और जापान जैसे देशों में इस भूकंप का खौफ क्यों है। इसका भारत जैसे मैदानी इलाकों से क्या संबंध है।

जापान मौसमी विज्ञान एजेंसी ने बताया कि लगभग 30 सेंटीमीटर ऊंची सुनामी की पहली लहर होक्काईडो के पूर्व तट पर स्थित निमूरो तक पहुंच गई। प्रशांत सूनामी चेतावनी केंद्र ने बताया कि हवाई चिली जापान और सुलेमान द्वीप समूह के कुछ तटीय क्षेत्र में ज्वार स्तर से एक से तीन मीटर तक ऊंची लहरें उठने की आशंका है रूस और लिंक वह डोर में कुछ तटीय क्षेत्र में तीन मीटर से भी ऊंची लहरें उठने की आशंका है। सुनामी की लहरों ने पहले कम छटके में तबाही मचाई इसके चलते सेवेरो कुरिल्स शहर के बंदरगाह और फिश प्रोसेसिंग प्लांट में पानी भर गया। रोग सरकार ने कहा कि एक किंडर गार्डन भवन को नुकसान पहुंचा लेकिन अधिकांश इमारते ठीक है अब तक जननी की खबर नहीं है।

व्हेल बहकर तट पर आई , लोग छत पर चढ़े –
सुनामी से जुड़े कई फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहे हैं खबर है कि भीषण भूकंप के बाद कम से कम व्हेल मछलियां बहकर जापान के तट पर आ गई थी। वही सुनामी की चेतावनी जारी होने के बाद जापान को होक्काईडो में लोग छतो पर चढ़ गए थे। सुनामी की चेतावनी अमेरिका और फिलिप्स के तटीय क्षेत्रों में भी जारी की गई थी।

रूस के क्षेत्र में आपातकाल –
रूस की साखालिन सरकार का कहना है कि जहां उत्तरी कुरील जिला में सुनामी और भूकंप आए हैं वहां आपातकाल लागू कर दिया गया है पूर्वी रूस के गवर्नर ने लोगों से तत्वों से दूर रहने की अपील की है सुनामी की लहरें 4 मीटर ऊंची थी और कई इलाकों में भारी तबाही मचा रही है।