राखी एक तरह का रक्षा सूत्र है जो कवच की तरह भाई की सुरक्षा करता है

रीडर टाइम्स डेस्क
रक्षाबंधन का पावन पर्व हर साल श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है …

  • धार्मिक चिह्न वाली राखियां सकारात्मक ऊर्जा लाते हैं
  • तुलसी की राखी बांधने से लक्ष्मी नारायण की रहती है कृपा
  • राखी बांधते समय ”येन बुद्धो बलि राजा” मंत्र बोलना चाहिए

रक्षाबंधन का पर्व भाई बहन के प्रेम का प्रतीक माना जाता है इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती है और भाई अपनी बहन की रक्षा करने का वचन देते हैं। भाई बहन के प्रेम का पर्व रक्षाबंधन इस बार 9 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा। इस दिन भाइयों की सभी तरह से रक्षा हो उनकी लंबी उम्र हो और उन्हें हर काम में सफलता मिले इस कामना से बहाने उनके हाथ में रक्षा सूत्र यानी राखी बांधती हैं।

राखी बांधने के शुभ योग –
इस बार रक्षाबंधन पर स्वार्थ सिद्धि योग श्रवण नक्षत्र और धनिष्ठा नक्षत्र का दुर्लभ सहयोग बनने जा रहा है जो इस पर्व के लिए बहुत मंगलकारी शुभ माने जा रहे हैं।

राखी के नियम –
भाई को राखी हमेशा उत्तर दिशा में मुख करके ही बांधनी चाहिए इसके अलावा राखी में तीन घंटे होनी चाहिए सबसे खास नियम की रक्षा सूत्र काले रंग का नहीं होना चाहिए।

राखी बांधने का यह रहेगा मुहूर्त –
9 अगस्त को राखी बांधने का मुहूर्त सुबह 5 आज का 47 मिनट से लेकर दोपहर 1:24 तक का रहेगा जो 7 घंटे 37 मिनट का मुहूर्त है।