आँखें मूंदे बैठा है प्रशासन : बिना लाइसेंस के सज गई पटाखों की दुकानें , कभी भी हो सकती है कोई बड़ी दुर्घटना 

 रिपोर्ट : गोपाल द्विवेदी ,रीडर टाइम्स

पटाखे
हरदोई : दीपावली का त्यौहार नजदीक आते ही पटाखों की बिक्री जोर शोर से शुरू हो जाती है। लेकिन सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले  के अनुसार अधिक प्रदूषण फ़ैलाने वाले तथा लड़ियों की बिक्री पर पूर्ण रूप से रोक है । साथ ही पटाखों की बिक्री केवल लाइसेंस प्राप्त दूकानदार ही कर सकते हैं। पर हरदोई शहर का मामला कुछ अलग ही नजर आ रहा  है। यहां पर गली कूचों में तथा बाज़ारों में  बिना लाइसेंस के दुकानदार पटाखे बेचते हुए नजर आ रहे हैं। जिन के पास न तो सुरक्षा का जोई इन्तेजाम है और न ही वे सुप्रीम कोर्ट के अनुदेशों का पालन कर रहे हैं।

ताज्जुब की बात तो यह है कि पटाखा विक्रेता प्रशासन की आंखों के सामने पटाखे बेच रहे हैं। लेकिन कार्रवाई के नाम पर प्रशासन शांत नजर आता है। बिना लाइसेंस के दर्जनों दुकानों पर, हाथ वाले ठेलों पर , फूटपाथ  से लेकर परचूनी की दुकानों  पर  प्रशासन की आंखों के सामने खुले में पटाखे बिक रहे हैं। हल ही  में सांडी कसबे में एक बारूद की बोरी में आग लगलगने से ३ लोग घायल हुए थे जो कि अभी अस्पताल में भर्ती हैं । लेकिन इस आगजनी की घटना से भी प्रशासन ने कोई सीख नहीं ली है। अवैध रूप से बिक रहे पटाखों से  कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है । जानकारी के अनुसार, अभी तक किसी भी किसी भी दुकानदार को कोई लाइसेंस जारी नहीं  हुआ है । पटाखा बिक्री के लिए सरकार ने कई मानकों को भी तय किया जिसमें  विक्रय स्थान,आबादी क्षेत्र से दूर होना तथा आग से बचाव के लिए सीज फायर सिलेंडर का होना अनिवार्य है तथा बिक्री स्थान पर धूम्रपान निषेध क्षेत्र होना अनिवार्य है लेकिन प्रसाशन शायद किसी बड़ी घटना के इन्तेजार में आँखें मूंदे बैठा है।