प्रधान के काले कारनामों का अंत

प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी ने खुलकर लूटा सरकारी पैसा 

graam panchayat

हरदोई : विकास खण्ड सुरसा के ग्राम पंचायत सरैया में ग्रामीणों द्वारा प्रधान पर लगाए गए भ्रष्टाचार एवं दलित उत्पीड़न के प्रकरण को शासन ने गंभीरता से लिया है। लखनऊ मंडल के आयुक्त ने जिला अधिकारी को पत्र भेजकर सेक्रेट्री को लखनऊ में तलब किया है। विदित हो कि सुरसा ब्लॉक के ग्राम पंचायत सरैया में प्रधान सर्वेंद्र गुप्ता की  वित्तीय अनियमितताओं की ग्रामीणों ने शासन में शिकायत की थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि पूरे गांव में प्रधान की दबंगई सालों से कायम है साथ ही  ग्राम पंचायत में सरकार द्वारा गरीबों के लिए भेजी जाने वाली योजनाएं भी प्रधान द्वारा हजम कर ली जाती हैं। जिसका लाभ ग्रामीणों को नहीं मिलता है।

गांव में लोगों के पास घर व शौचालय नहीं है। प्रधान द्वारा ग्राम पंचायत में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितताएं की गई हैं जिनमे सरकारी योजनाओं  का लाभ देने के एवज में प्रधान द्वारा रिश्वत मांगना भी शामिल है | इस तरह की शिकायतें ग्रामीणों द्वारा बीते कई सालों से की जा रही हैं। स्थानीय प्रशासन की उदासीनता के चलते ग्रामीणों के साथ न्याय नहीं हो पाया। जिसके चलते उन्होंने अपने बयान को रिकॉर्ड कर एक सीडी बनाकर शासन को भेजी, जिसमें अपना दुखड़ा सुनाया।

लखनऊ मंडल के अपर आयुक्त न्यायिक शीलधर सिंह यादव ने प्रकरण को गंभीरता से लिया और सीडी सुनने के बाद जिलाधिकारी, सीडीओ, व डीपीआरओ को अपने पत्र संख्या 217/ शिकायत प्रकोष्ठ / 2018 के माध्यम ग्राम पंचायत से संबंधित समस्त विकास कार्यों का लेखा-जोखा सहित ग्राम पंचायत अधिकारी (सेक्रेट्री) को 30 अक्टूबर को लखनऊ में तलब किया है। अपर आयुक्त द्वारा ग्राम पंचायत अधिकारी को लखनऊ बुलाए जाने से उसके वा प्रधान के काले कारनामों एवं दबंगई का अंत भी माना जा रहा है, क्योंकि बीते कई वर्षों से इस गांव में दलितों का उत्पीड़न होता आ रहा है। प्रधान  की दबंगई के आगे स्थानीय पुलिस एवं प्रशासन की संलिप्तता के चलते पीड़ितों को न्याय नही मिल पाता।