नरेगा कार्य में भुगतान में धांधली की शिकायत पर जांच को पहुंचे मुख्य कार्यकारी अधिकारी बालोत

संवाददाता राकेश शर्मा

रीडर टाइम्स

शिकायतकर्ताओं के बयान किए दर्ज, काम नहीं करने के बाद भी नरेगा से मिला भुगतान

लालसोट : दौसा जिले के लालसोट उपखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत टोडा ठेकला के ग्रामीणों द्वारा नरेगा कार्यो में धांधली की शिकायत व नरेगा में बतौर श्रमिक कार्य नहीं करने के बाद भी उसके खातों में आई रकम को गांव के अन्य व्यक्तियों मेट आदि द्वारा सरकारी कार्यों की राशि आदि होने की बात कह उनसे गलत तरीके से धांधली की गई । इसकी शिकायत के बाद जिला परिषद दौसा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी लक्ष्मीकांत बालोत ने टोडा ठेकला ग्राम पंचायत पहुँचकर शिकायत कर्ताओं के बयान दर्ज किए ।टोडा ठेकला के ग्रामीणों द्वारा नरेगा में व्याप्त अनियमितताओं को लेकर अतिरिक्त जिला कलेक्टर लोकेश मीणा को शिकायत की थी इसके बाद जिला परिषद सीईओ लक्ष्मीकांत बालोद एवं विकास अधिकारी लालसोट योगेश मीणा टोडा ठेकला ग्राम पंचायत मुख्यालय पर पहुंचकर शिकायत कर्ताओं के लिखित में बयान दर्ज किए ।कुछ शिकायत कर्ताओ द्वारा जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को बताया गया कि वे बाहर थे एवं उनका जॉब कार्ड से ग्राम पंचायत द्वारा उनको नरेगा में कार्य दिखाकर उनके खातों में भुगतान डलवा दिया गया एवं गांव के व्यक्तियों व मेट द्वारा उनका भुगतान यह कहकर निकलवा लिया गया कि यह राशि आंगनबाड़ी कार्य के लिए डाली है ।कुछ शिकायत कर्ताओं ने बताया कि उनके द्वारा कभी जॉब कार्ड के लिए आवेदन ही नहीं किया गया और उनको बाद में पता पड़ा कि उनका जॉब कार्ड भी बन गया और उस जॉब कार्ड से नरेगा में कार्य दिखा कर कार्य दिवस पूरे कर भुगतान उठा लिया गया ।कुछ शिकायत कर्ताओं ने बताया कि मेट आदि व स्थानीय कुछ एक युवक द्वारा उनको कहा गया कि उसके खाते में यह राशि इसलिए डाली गई है कि अन्य किसी के खाते में डालने से अधिक राशि होने पर किसी प्रकार का कोई छापा इत्यादि नहीं पड़ जाए । शिकायत कर्ताओं ने बताया कि उनके खातों में डली राशि को वहां के मैच में एक युवक द्वारा निकलवा लिया गया ।वहीं उनके द्वारा उनको झांसे में इस तरह लिया गया कि उनको नरेगा कार्यों के दौरान की जाने वाली इस गड़बड़ी का तनिक भी आभास नहीं हुआ और उनके द्वारा खुद के खाते से पैसा निकाल कर उन लोगों को मांगते ही दे दिए गए वही कुछ शिकायत करता हूं द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा कुछ साल पहले नरेगा का कार्य किया गया था लेकिन इन दिनों नरेगा का कार्य नहीं किया गया फिर भी उनको नरेगा श्रमिक व नरेगा में कार्य करने का पैसा खाते में डाल दिया गया वहीं इस प्रकरण को लेकर 1 ग्राम पंचायत में नरेगा का कार्य संपादित कराने वाले कार्मिक एवं नरेगा में कार्य करने वाले जॉब कार्ड धारकों सहित दोनों पक्षों पर ही सवाल खड़े हो रहे हैं.. आखिर नरेगा का कार्य चलने के दौरान नरेगा के जिम्मेदार कार्मिकों द्वारा हाजरी करने के समय जो व्यक्ति मौके पर मौजूद रहता उसकी हाजिरी कैसे हो गई तो दूसरी ओर जॉब कार्ड धारकों श्रमिकों द्वारा काम करने या काम नहीं करने के बाद भी खाते में आए राशि को बिना कोई पड़ताल किए अन्य व्यक्ति द्वारा मांगने पर तुरंत निकालकर किस वजह से दे दिया गया वहीं पूरे मामले को लेकर मुख्य कार्यकारी अधिकारी लक्ष्मीकांत बालोत ने कहा कि पूरे मामले में शिकायतकर्ता ग्रामीणो के बयान दर्ज किए गए हैं और मामले की गहराई से पड़ताल कर जांच की जाएगी ।