कोरोना के डर से बोले ,श्रमिक रोजी -रोटी के लिए घर से निकलना पड़ा

शिखा गौड़ डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़

कोरोना संक्रमण के भय से धीरे धीरे सफर तय कर रहे हैं! मजदूर श्रमिक इस संकट के चलते सभी लोग अपने घर को लौट गए थे ! अब रोजगार की तालाश में अपने पुराने रोजगार ठिकानो पर वापस जा रहे हैं क्यों की कोरोना के चलते सभी लोग अपनी जान बचाने के लिए अपने घर को चले गए थे पर अब भुकमरी की आशंका होने को आ रही हैं! एक तरफ लोग कोरोना से मर रहे हैं तो दूसरी तरफ भूख से भी मरने के आशंका हो रही हैं कह तक सब लोग कर्जे से अपने घर का राशन व् पेट के लिए रोटी का इंतजाम करेंगे !सूत्रों के मुताबिक पता चला कुछ लोगो का कहना की गांव में श्रमिकों की संख्या अधिक होने से उस हिसाब से काम कम हो गया हैं जिससे कुछ श्रमिकों को बेरोजगार होने का संकट हो गया हैं उस पर कोरोना देखे या फिर पेट के लिए रोजी -रोटी नौकरी का तो दूर दूर तक कोई सहारा नहीं हैं ऐसे में घर का चूल्हा चौकी कैसे चलेगा ! अब तो इस कोरोना काल संकट के साथ ही जिंदगी जीना होगा !लगभग तीन महीने के से चल रहे इस कोरोना ने न बया करने वाला दर्द दिया हैं जो कहा नहीं जा सकता हैं! अब केवल इसके साथ सावधानी पूर्वक जीवन यापन किया जा सकता हैं! और अगर कोरोना के बारे में कुछ सोचा सोचेंगे तो घर के बिगड़े हालत आखो के सामने आ जाते हैं! जो घर से निकलने पर मजबूर कर देते हैं !