अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें चिकित्साकर्मी लेकिन संवेदनाएं भी बनाए रखें-जिला कलेक्टर

ब्यूरो हैड राहुल भारद्वाज

रीडर टाइम्स न्यूज़

जिला कलेक्ट्रेट में हुआ डीएचएस का आयोजन, सीएमएचओ के नेतृत्व की करी सराहना

दौसा : जिला स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष एवं जिला कलक्टर अविचल चतुर्वेदी ने कहा कि कोरोना अब गांवों में भी फैल रहा है तथा इसकी फैलने की स्पीड भी काफी तेज है। चिकित्सा विभाग पूरे जोश से कोरोना से लडाई लड रहा है। इसलिए सभी अपनी सुरक्षा का भी ध्यान रखें, लेकिन संवेदनाएं भी जरूरी हैं। जिला कलेक्टर ने मीटिंग में चिकित्सा विभाग के कोरोनाकाल में अच्छे काम के लिए विभाग को बधाई दी और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पीएम वर्मा के नेतृत्व को सभी के समक्ष सराहा।

शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभा भवन में आयोजि जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक को संबोधित करते हुये जिला कलक्टर ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि कोरोना गांवों में फैल रहा है और नेचर भी बदला है। विभाग का रिस्पांस भी बहुत अच्छा है, लेकिन अब दैनिक कामकाज को भी गति दिया जाना उचित होगा। ताकि अन्य बीमारियों के मरीजों को परेशानी नहीं हो और सरकारी योजनाओं का लाभ भी आमजन को मिल सके। उन्होंने कहा कि कोरोना का वहम नहीं करें और मरीजों को प्रोपर ट्रीट करें। सभी चिकित्सा केन्द्र नॉमल फंक्सन पर आएं और क्वारेंटाईन सेंटर्स में ऎसी व्यवस्था हो कि वहां व्यक्ति 15 दिन आराम से रह सके।

एएनसी रजिस्ट्रेशन बहुत जरूरी

जिला कलेक्टर ने कहा कि एएनसी रजिस्ट्रेशन बहुत जरूरी है। लाइन लिस्टिंग में जरा भी लापरवाही नहीं करें। कमियां सुधारें, आमजन से और विभागीय स्तर पर कम्युनिकेशन बढाएं और हैड काउंट सर्वे के आधार पर टीकाकरण करें।

एमसीएच वीक में होंगे सभी पेंडिंग काम

जिला कलेक्टर ने कहा कि अलग से एमसीएचएन सप्ताह मनाया जाए। इस सप्ताह में विशेष रूप से डाटा का संग्रहण, प्रबंधन और वेरीफाई करना जैसे कार्य पूरे किए जाएंगे। इसके अलावा जेएसवाई के पेंडिंग पेमेंट और इसस संबंधित सभी कार्य भी इसी सप्ताह में निपटाने होंगे।
इससे पहले मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पीएम वर्मा ने मीटिंग की शुरुआत की और दैनिक कामकाज, मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना, जेएसवाई, मौसमी बीमारियों, टीकाकरण और एएनसी आदि कार्यक्रमों की समीक्षा की। डॉ.वर्मा ने कहा कि दैनिक कामकाज में तेजी लाने की जरूरत है। कोरोना से लडाई अभी जारी है, लेकिन आमजन का ध्यान रखना भी हमारी नैतिक और कार्यगत जिम्मेदारी बनती है। उन्होंने कहा कि सेक्टर मीटिंग पर राज्य स्तर से विशेष ध्यान दिया जा रहा है, इसलिए इसे हलके में नहीं लें और गंभीरता से सेक्टर मीटिंग आयोजित कर एमओ इसमें अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करें।

आईईसी ताले में नहीं रखें, प्रदर्शित करें

जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरपी मीणा ने कहा कि एनसीएचएन दिवस पर एएनएम जहां टीकाकरण पर ध्यान दे, वहीं आशा का काम गर्भवती और धात्री महिलाओं को प्रेरित करना है। उन्होंने कहा कि मौके पर जांच के समय आईईसी नहीं मिलती। आईईसी को अधिकांश सेंटरों पर प्रदर्शित ही नहीं किया जाता, जबकि मुख्यालय से सभी स्तरों पर आईईसी सामग्री भेजी जा चुकी होती है। पूछे जाने पर बहाने बनाए जाते हैं। यह लापरवाही बर्दास्त नहीं होगी। एमसीएचएन, आरआई के दिन प्रदर्शित करना उतना ही जरूरी है जितना टीकाकरण। इसलिए इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। सभी एएनएम एमसीएचएन दिवस पर सभी टीके और ड्यूलिस्ट साथ रखें ताकि मॉनिटरिंग करने आने वालों को वे सही डाटा बता सकें। बैठक में उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुभाष बिलोनिया, जिला कार्यक्रम प्रबंधक गौरव गुप्ता, शहरी कार्यक्रम प्रबंधक पूजा सैनी, सभी बीसीएमओ, बीपीएम और सीएचसी प्रभारी आदि मौजूद थे।