धराशायी होते नगरपालिका शाहाबाद के विकास के दावे

संवाददाता श्याम जी गुप्ता

रीडर टाइम्स न्यूज़

शाहाबाद : विकास के बड़े बड़े दावे करने वाली नगरपालिका शाहाबाद के विकास की हक़ीक़त उस समय खुल गयी जब खिन्नीटोला से दिलावरपुर जाने वाला मार्ग मामूली सी बरसात नहीं झेल पाया। जगह जगह से रोड धस गया तथा नाले की बाउंड्री गिर गयी। इससे अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि निर्माण कार्य में किस स्तर तक घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है। शाहाबाद के ज़्यादातर रोड और नाले बनने के कुछ समय बाद ही टूटना शुरू हो जाते हैं। क्योंकि अगर टूटेंगे नहीं तो जल्दी ही दोबारा बनेंगे नहीं और बार बार कमीशन का खेल नहीं हो पायेगा। घटिया सामग्री का प्रयोग होने के बाद भी नगरपालिका द्वारा दिखावे की जाँच करके एक तयशुदा कमीशन लेकर पेमेंट कर दिया जाता है।नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष बसंत लाल गुप्ता के समय के बने हुये रोड आज भी शाहाबाद में एक मिसाल है। स्टेट बैंक के पास से खत्ता मोहल्ले की ओर जाने वाला रोड बरसों से नाले के पानी का प्रकोप झेलने के बाद भी अपनी उच्च श्रेणी की गुणवत्ता को बयान कर रहा है। विकास कार्यों की हक़ीक़त जानने के लिये आंखों पर चढ़े हुये चश्मे में अवतल लेंस और उत्तल लेंस दोनों का होना ज़रूरी है।