विकास कार्यों को छोड़िये यहां तो टेंडर छपवाने का कमीशन लेता है ब्लॉक का बड़ा बाबू 

संवाददाता श्याम जी गुप्ता

रीडर टाइम्स न्यूज़

शाहाबाद : लॉक डाउन आमजनमानस के लिये भले ही मुसीबतों भरा हो परंतु ब्लॉक प्रशासन के लिए मुफीद का साबित हुआ है।यहां तैनात बड़े बाबू मयंक गुप्ता ने वृक्षारोपण के नाम पर लाखों रुपये ग्राम पंचायतों से वसूले हैं।उक्त बाबू ग्राम प्रधानों को धमकाकर धन उगाही करने में व्यस्त हैं।यहां विकास कार्यों से सम्बंधित टेंडर प्रक्रिया फर्जी अपनाई जा रही है।जिन कार्यों को टेंडर प्रक्रिया के तहत होना चाहिये वह बिना टेंडर या फिर बैक डेट में ऐसे अखबारों में छपवाए जा रहे हैं जो कहीं भी नही वितरित किये जाते हैं।या यूं कहें कि उनका प्रकाशन सिर्फ फर्जी टेंडर के लिये ही किया जाता है।जिन अखबारों में ब्लॉक का एक बड़ा बाबू मयंक गुप्ता टेंडर छपवाता है वह बरेली मण्डल का अखबार है।जिसकी शासन स्तर से टेंडर छपने की मान्यता भी नही है।अधिकांश ग्राम पंचायतों में पुराने कार्यों को नया दर्शाकर टेंडर प्रक्रिया फर्जी तरीके से की जा रही है।बताया जा रहा है कि ब्लॉक में टेंडर छपवाने में यह बड़ा बाबू भारी कमीशन लेता है।यदि शासन उक्त प्रक्रिया पर गौर करे तो करोड़ों का फर्जीबाड़ा खुल सकता है।

जिसमें बड़े बाबू से लेकर सेक्रेट्री, एडीओ पंचायत, ग्राम पंचायत अधिकारी और प्रधान बड़ी तादाद में शामिल होना बताया गया है।जानकारी के अनुसार पिछले अप्रैल से जुलाई तक जितने भी विकास कार्यों को कराया गया है उनके टेंडर बिना मान्यता प्राप्त अखबारों,बरेली मण्डल के अखबार या फिर साप्ताहिक अखबारों में पिछली तारीखों में छपवाए गए हैं।जबकि शासनादेश के तहत टेंडर दैनिक समाचार पत्रों में छपवाये जाने चाहिये वह भी मान्यता प्राप्त हो और उनका रोजाना प्रकाशन हो रहा हो।परंतु ब्लॉक में ऐसा नहीं हो रहा है क्योंकि यहां तैनात बाबुओं और अधिकारियों को टेंडर में भी कमीशन चाहिये।सूत्रों से पता चला है कि कुछ अखबार ऐसे भी हैं जिनकी सिर्फ पीडीएफ फाइल ही बनती है और वह उसी से फोटो कॉपी निकलवाकर भुगतान हेतु लगा कर सरकारी धन का दोहन किया जाता है।