सिकराय के दो छात्रों ने कबाड़ में पड़े सामानों को जुटाकर बनाया जे.सी.बी मॉडल

संवाददाता विष्णुदत्त शर्मा

रीडर टाइम्स न्यूज़

सिकराय : कोरोना वैश्विक महामारी के बीच करीब साढ़े तीन माह से सरकारी एवं निजी स्कूल बंद होने से जहां छात्रों की पढ़ाई चौपट हो चुकी है तथा छात्र बोरियत महसूस कर रहें है वहीं दो छात्र ऎसे भी है, जिन्होंने घर बैठकर महामारी से सुरक्षित रहने के साथ-साथ कुछ नया कर दिखाने के उद्देश्य से कबाड़ में पड़ा सामान जुटाकर जेसीबी का मॉडल तैयार कर रचनात्मक कार्य किया है । अब ये दोनों छात्र ड्रोन तैयार करने में जुटे हुए हैं।

दौसा जिले सिकराय उपखण्ड मुख्यालय स्थित कस्बे के एक निजी विधालय में कक्षा 10 वीं के छात्र राजऋषि मीना एवं नितिन मीना ने कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रहने के लिए अनावश्यक घूमने के बजाय घर में पड़े कबाड़ की सहायता से जेसीबी का मॉडल तैयार करने का काम शुरू कर दिया। कुछ सामान बाजार से भी लाना पड़ा, जिसमें करीब 300 रुपये माता पिता से जुटाए। दोनों दोस्तों ने मिलकर जेसीबी मशीन का मॉडल तैयार कर लिया है जो हूबहू जेसीबी की तरह ही काम करता है। छात्र राजऋषि एवं नितिन ने बताया कि स्कूल बंद होने के बाद इधर उधर घूमने के बजाय घर रहकर ही जेसीबी का मॉडल तैयार करने पर दिमाग लगाया, जिसमें सफलता भी मिल गई है। उन्होंने बताया कि अब ड्रोन तैयार करने के लिए काम शुरू कर दिया है। दोनों छात्रों द्वारा तैयार किए गए जेसीबी के मॉडल का शनिवार को प्रदर्शन किया गया, जिसकी लोगों ने जमकर तारीफ कर छात्रों का हौसला अफजाई किया।छात्रों ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय माता पिता और गुरुजनों को दिया है ।