भ्रष्टाचार का आरोपी बन गया शाहजहांपुर उपायुक्त उद्योग हरदोई जिलाधिकारी करते रहे जांच

रिपोर्ट शरद द्विवेदी

रीडर टाइम्स न्यूज़

आज का प्रकरण बहुत ही दिलचस्प है और हास्यप्रद है जहां एक ओर जिलाधिकारी महोदय को पत्रांक संख्या 276 दिनांक 21/05/2018 के माध्यम से अवगत कराया जाता है कि वर्ष 2010-11 में मेहरूनिशा पत्नी मुस्तकीम को फर्जी तरीके से ऋण प्राप्त कराने में सहायक प्रवन्धक दुर्गेश कुमार संलिप्त पाए गए वही दूसरी ओर दुर्गेश कुमार आज शाहजहांपुर के उद्योग उपायुक्त है अब आप समझ सकते है कि साहब की ईमानदारी महज एक दिखावा है।

एक शिकायती पत्र जिलाधिकारी को सौंपा गया था।इस शिकायती पत्र में आरोप लगाया था कि मेहरू निशा पत्नी मुस्तकीम ने फर्जी अंक पत्र के आधार पर लोन लिया है व विभाग ने अपात्र को 22 लाख का ऋण देकर मिलने वाली सब्सिडी का बन्दरवाट किया है संबंधित शिकायत की जांच नगर मजिस्ट्रेट से कराई गई थी जाच आख्या के अनुसार इस कृत्य में जिला उद्योग केंद्र के तत्कालीन अधिकारियों/कर्मचारियों एवं बैंक ऑफ इंडिया नानक गंज झाला के बैंक कर्मियों की संलिप्तता पाई गई थी।

जिलाधिकारी कार्यालय ने अपने पत्रांक संख्या 1368 दिनांक 17 मई 2018 को जारी पत्र के माध्यम से हरदोई उपायुक्त जिला उद्योग केंद्र,व अग्रणी जिला प्रवन्धक बैंक ऑफ इंडिया से पूछा था कि वर्ष 2010-11 में उपरोक्त वर्णित ऋण पत्रावली तैयार करने वाले एवं ऋण स्वीकृत करने वाले अधिकारियों/कर्मचारियों के नाम 3 दिन में अवगत कराएं जिससे उनके विरुद्ध कार्यवाही की जा सके। जिलाधिकारी कार्यालय द्वारा भेजे गए पत्र के सापेक्ष जवाब भी भेजा गया व दोषियों के नाम से भी जिलाधिकारी कार्यालय को अवगत कराया गया लेकिन भ्रष्टाचार पर प्रहार करने के बजाय उसको दबा दिया गया जिस कारण दुर्गेश कुमार जैसे भ्रष्टाचार करने वाले आज शाहजहांपुर के उपायुक्त उद्योग है और शायद वहाँ भी जम कर भ्रष्टाचार कर रहे होंगे। यह प्रकरण उन तमाम लोगो की आँखे भी खोलता है जो इस भ्रम में जी रहे है कि साहब ईमानदार है अगर साहब ईमानदार है तो कल का सहायक प्रवन्धक दुर्गेश कुमार आज का उपायुक्त उद्योग कैसे बन गया यह बड़ा सवाल है।