लॉक -अनलॉक के बीच पांच महीनो में कैसी हो गई , हमारी व हमारे शहरो की जिंदगी

 

शिखा गौड़ डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़

24 मार्च से शुरू हुआ कोरोना वायरस का लॉकडाउन और धीरे धीरे बढ़ता ही गया। और फिर जून से अनलॉक की प्रक्रिया भी शुरू हो गई। जिसके चलते धीरे धीरे कोरोना संक्रमण के साथ ही लोगो की भी जीवन प्रक्रिया शुरू हो गई। बाल्कि कोरोना वायरस का असर न तो लॉक डाउन से खत्म हुआ हैं न ही अनलॉक से बाल्कि यहाँ वायरस और बढ़ता हीं जा रहा हैं। 24 मार्च को देश में 51 संक्रमित मरीज पाए गए थे। और आज यानी 25 अगस्त को वायरस की संख्या बढ़ते हुए 31, 67 , 323 के पार पहुंच चुकी हैं। ऐसे परिस्थति को देखते हुए यही कहा जा सकता हैं की कोरोना के आंकड़े कम होने के बजाए बढ़ते ही जा रहे हैं।

हकीकत यहाँ हैं की, कोरोना वायरस अब विश्व के लगभग सभी देशो में अपना कहर बरसा चूका हैं। और लगभग सभी देशो ने लागू हुए लॉक डाउन का शक्ति सामना भी किया व सभी नियमो का पालन भी किया। पर तभी भी कोरोना का खत्म होने का कोई असर नहीं दिखा।

वो सुनहेरे दिन भी लौट आएगे कोरोना को हराकर

देश में कोविड-19 का प्रसार शुरू हो जाने के बाद 24 मार्च से लॉक डाउन शुरू हुआ हैं। इस कोरोना वैश्विक महामारी के दौरान देश में रहने वाले व्यक्तिओ का जीवन काफी हद तक प्रभावित हुआ हैं। पहले की सामान्य जिंदगी और इन पांच महीनो के दौरान जो जीवन में परिवर्तन हुए हैं। कोरोना वायरस के अन्त होने का अभी कोई आशा नहीं हैं। यहाँ वायरस धीरे धीरे देश व देश के हर व्यक्तिओ जकड़ता ही जा रहा हैं।