रानी साहेब कटियारी अस्पताल में ऑपरेशन के बाद गायब हुई किडनी?

                                                      *आखिर कहां गई अफसरी की किडनी?

                                                      * अस्पताल प्रशासन आरोपों के घेरे में

 

रिपोर्ट :-संवाददाता( शरद द्विवेदी)
हरदोई :- आज की खबर प्राप्त दस्ताबेजो के आधार पर और पीड़िता द्वारा बताई गई आपबीती के आधार पर लिखी गई है।पीड़िता अफसरी ने साफ तौर पर कहा है कि उसकी किडनी रानी साहिबा हॉस्पिटल में पथरी के ऑपरेशन के बाद से गायब हुई है जिसका पता उसे तब लगा जब उसने अपना अल्ट्रासाउंड शाहजहांपुर में कराया।अफसरी की किडनी पथरी केऑपरेशन के बाद गायब हुई है इसकी पुष्टि उसके पड़ोसी ने भी की। संस्थान का मकसद किसी की भी छबि को घुमिल करना नही है। आज का प्रकरण बॉस के नाम से प्रसिद्ध व गरीबो के मसीहा कहे जाने वाले डॉक्टर सतेंद्र कुमार सिंह उर्फ एस0के0सिंह के लखनऊ रोड स्थित हॉस्पिटल रानी साहिबा हॉस्पिटल से संबंधित है।प्राप्त दस्ताबेजो के अनुसार दिनांक 17/01/2020 को सदरपुर निवासी अफसरी अपनी पथरी के ऑपरेशन के लिए रानी साहिबा हॉस्पिटल में भर्ती होती है जिसको दिनांक 23/01/2020 को ऑपरेशन के बाद डिस्चार्ज कर दिया जाता है।दरअसल ऑपरेशन करने से पहले दिनांक 14/1/2020 को पीड़िता अफसरी का मार्डन अल्ट्रासाउंड जो इसी हॉस्पिटल का ही अल्ट्रासाउंड है में अल्ट्रासाउंड कराया जाता है जिसमे दोनो पथरी होने की पुष्टि होती है व लेफ्ट और राइट साइड की किडनी की भी शरीर मे मौजूद है कि रिपोर्ट आती है।अफसरी का डॉक्टर एस0के0सिंह,जे0बी0सिंह,मो0जीशान सफलतापूर्वक पथरी का ऑपरेशन कर देते है व अस्पताल से डिस्चार्ज कर देते है।लेकिन अगस्त 2020 में पीड़िता अफसरी को फिर दिक्कत उत्पन्न होती है। पीड़िता जब दिनांक 19/08/2020 को अपना अल्ट्रासाउंड कृष्णा अल्ट्रासाउंड शाहजहांपुर में कराती है तो उसके पैरो तले जमीन निकल जाती है।प्राप्त दस्ताबेजो के अनुसार कृष्णा अल्ट्रासाउंड शाहजहांपुर की रिपोर्ट कहती है कि अफसरी की लेफ्ट किडनी सीन नही हो रही है।जब कि डॉक्टर एस0के0सिंह द्वारा उपचार के दौरान कार्ड पर डॉक्टरी भाषा मे साफ तौर से लिखा है पथरी का ऑपरेशन डन।एक बात समझ से परे है कि अफसरी आखिर अफसरी की किडनी कहा चली गई। ये बड़ा सवाल है।सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पूर्व में भी रानी साहिबा कटियारी अस्पताल पर कई प्रकार के आरोप पहले भी लग चुके है।और आये दिन यह अस्पताल चर्चाओ में बना रहता है।कार्यवाही शायद इसलिए नही हो पाती है क्यो की अस्पताल गरीबो के मसीहा बॉस के नाम से प्रसिद्ध डॉक्टर एस0के0सिंह का है इसलिए कार्यवाही न होना लाजमी है।जब इस प्रकरण की सच्चाई जानने के लिए डॉक्टर एस0के0सिंह से उनके मोबाइल नम्बर 9415149360 पर सम्पर्क किया गया तो उन्होंने अवगत कराया कि अफसरी हिपेटाइटिस (बी)की मरीज थी गुर्दे में तमाम पथरिया थी और किडनी ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया बहुत ही जटिल होती है जो हरदोई में संभव नही है।एक लांग टर्म के बाद गुर्दा सिकुड़ जाता है सिटी स्केन की रिपोर्ट में सब क्लीयर हो जाएगा।और हो सकता है अफसरी ने गुर्दे मे पस पड़ जाने के कारण गुर्दा निकलवा दिया हो।लगाए गए आरोप निराधार है।वही दूसरी तरफ अफसरी का कहना है कि आखिर उसकी किडनी ऑपरेशन के बाद ही क्यो सिकुड़ गई।अगर अफसरी अपनी मर्जी से किडनी निकलवाती तो नियमानुसार उसका जिक्र उस एस0के0सिंह के पर्चे में जरूर होता जिस पर्चे में डॉक्टर एस0के0सिंह ने किडनी का ऑपरेशन किया गया है का जिक्र किया है।हालांकि इस की प्रकरण की कोई शिकायत की गई है।लेकिन प्राप्त दस्ताबेज बहुत कुछ कहते है और डॉक्टर एस0के0सिंह का कथन भी गौर करने योग्य है।किडनी निकाली गई है या सिकुड़ गई है इसका पता तभी लग सकता है जब अफसरी की सिटीस्केन की रिपोर्ट सामने आएगी।प्राप्त दस्ताबेज कह रहे है कि ऑपरेशन से पहले दोनो किडनी थी व ऑपरेशन के बाद लेफ्ट किडनी सीन नही हो रही है किडनी निकाली गई है या सिकुड़ गई है यह जांच का विषय है।इस प्रकरण से संबंधित हाई कोर्ट के अधिवक्ता कृष्ण कुमार सिंह ने भी अफसरी की सभी रिपोर्ट को अपनी फेसबुक अकाउंट पर सार्वजनिक किया है व सवाल खड़ा किया है।प्रकरण बेहद ही गंभीर है इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और दूध का दूध पानी का पानी होना चाहिए और जो कोई भी इस कृत्य में ब्यक्ति या संबंधित अस्पताल दोषी है तो उस पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए।