इंसानियत एवं मानवता के आगे नहीं मायने रखता कोई धर्म

संवाददाता राकेश कुमार

रीडर टाइम्स न्यूज़

इन दिनों देश में जहां जगह – जगह पर हिंदू और मुस्लिम धर्म को लेकर विवाद खड़े हो रहे हैं। लव जिहाद हो रहे हैं। तो वहीं उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक बार फिर से गंगा जमुनी तहजीब देखने को मिली जहां एक मुस्लिम दंपत्ति ने करवा चौथ का व्रत रखकर हिंदू रीति-रिवाजों से इस त्यौहार को मनाया है। यह है, लखनऊ के मलिहाबाद निवासी अंजुम रईस खान और उनकी पत्नी गुलनाज अंजुम खान इन दोनों का मजहब इस्लाम है। लेकिन इन लोगों ने करवा चौथ का त्यौहार मना कर इस बात को सच किया है। कि मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना। गंगा जमुनी तहजीब को जिंदा रखते हुए इन्होंने जिस तरह से करवा चौथ का त्यौहार मनाया है। यह वाकई काबिले तारीफ है। अंजुम रईस खान पेशे से व्यापारी हैं जो आम का व्यापार करते हैं उनका कहना है कि इनकी पत्नी काफी समय से करवा चौथ का व्रत रखने के लिए कह रही थी इस बार उनकी पत्नी ने हिंदू रीति रिवाज के हिसाब से व्रत रखा भी और फिर उस दर्द को छत पर खड़े होकर चांद को देखते हुए व्रत खोला भी जहां आज लोग देश में मंदिर मस्जिद लव जिहाद हिंदू-मुस्लिम जैसे मुद्दों में उलझे हुए हैं तो वही इस देश में ऐसे लोग भी हैं। जो लगातार इस बात को साबित करते रहते हैं की हिंदुस्तान की असली पहचान हिंदू मुस्लिम एकता में ही है। अंजुम रईस खान पत्नी गुलनाज अंजुम खान ने बताया की जब हम लोग हिन्दू त्योहारों में राखी बाधते एवं बंधवाते हैं ऐसा आगे भी करते रहेंगे हम लोग मुस्लिम है मुस्लिम ही रहेंगे पाचो टाईम नवाजी हैं कोई धर्म परिवर्तन नहीं किया इसमे कोई गलत बात नहीं है