बैंक लॉकर से सोना हुआ गायब

शिखा गौड़ डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़

1- बैंक प्रशासन पर मिलीभगत करने का लगा आरोप |
2- सब कुछ गवाने के बाद भी पीड़ित 14 दिनों तक खाता रहा ठोकरें दबाव के बाद दर्ज हो सकी एफ आई आर |

लखनऊ : अपने घर से ज्यादा सुरक्षित बैंक को मानने वालों को अब सावधान होने की जरूरत है क्योंकि कुछ ऐसा ही मानना था राजधानी लखनऊ के चौक निवासी अमित प्रकाश बहादुर का जिन्होंने अपना पुश्तैनी करोड़ों रुपयों का जेवर और सोने के सिक्के बैंक के लॉकर में बड़े विश्वास के साथ जमा कर रखे थे ,l अब अमित का बैंक पर टिका विश्वास उसके पुश्तैनी जेवर की तरह कहीं गायब हो चुका है l करोड़ों रुपयों का जेवर सात तालों के अंदर से गायब हो चुका है और पीड़ित अपने शिकायती पत्र के साथ दर-दर की ठोकरें खा रहा है पुराने लखनऊ के चौक इलाके में रहने वाले अमित प्रकाश बहादुर सॉफ्टवेयर इंजीनियर है और बंगलुरु में कार्यरत हैं l अमित प्रकाश की माता पिता का बैंक ऑफ बड़ौदा की चौक शाखा में जॉइंट अकाउंट है l बीती 23 अक्टूबर को अमित के पिता डॉ रविंद्र बहादुर अपनी पत्नी पुष्पा के साथ बैंक लॉकर ऑपरेट करने पहुंचे थे लॉकर इंचार्ज स्वाति के साथ डॉक्टर रविंद्र लॉकर रूम में घुसे और लॉकर इंचार्ज स्वाति ने जैसे ही अपनी चाबी लॉकर में डाली लॉकर का दरवाजा अपने आप ही खुल गया l खुले लॉकर से सारा जेवर गायब था l यह देखकर दंपति सन्न रह गए पीड़ित का कहना है कि , उस लॉकर में उनका पुश्तैनी जेवर के साथ परिवार के सभी सदस्यों के पूरे जेवर और पुराने सोने के सिक्के भी मौजूद थे l जिनका वजन तकरीबन 2 किलोग्राम था जब उन्होंने बैंक प्रशासन से इसकी शिकायत की तो बैंक ने उन्हें आश्वस्त करते हुए 26 अक्टूबर को दोबारा बैंक आने को बोला बताई गई तारीख पर दोबारा बैंक पहुंचने पर बैंक अधिकारी टालमटोल करने लगे तब अमित प्रकाश ने चौक थाने में लिखित शिकायत कीl जिस पर पुलिस भी मामले की जांच करने की बात कहकर एफ आई आर दर्ज करने से बचती रही है l 14 दिनों के लंबे अंतराल के बाद दबाव बनाकर अमित प्रकाश 8 नवंबर को एफ आई आर दर्ज करा पाए तब कहीं जाकर मामला प्रकाश में आया l चौक एसीपी आईपी सिंह ने “रीडर टाइम्स न्यूज़” से बात करते हुए बताया कि मामले की जांच की जा रही है बैंक ने भी अपने दस्तावेजों के आकलन के लिए समय मांगा है बैंक कर्मियों से पूछताछ कर पुलिस पड़ताल कर रही है जल्द ही मामले का खुलासा कर लिया जाएगा l