कृषि अध्यादेश के विरोधी बिल के खिलाफ पूरे भारत के किसान दिल्ली के चारो तरफ से बार्डर को घेर कर धरने पर बैठें 

संवाददाता राकेश कुमार

रीडर टाइम्स न्यूज़

कृषि अध्यादेश के विरोधी बिल के खिलाफ पूरे भारत के किसान दिल्ली के चारो तरफ से बार्डर को घेर कर बैठें हैं धरने पर कई बार सरकार से वार्तालाप होने के बौजूद किसानों की समस्याओं का हल नहीं निकलता देख आज राजधानी लखनऊ के मलिहाबाद में भारतीय किसान यूनियन (आर0) लोकतांत्रिक के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह चौहान के अहान पर कृषि अध्यादेश के विरोधी बिल के खिलाफ आज मलिहाबाद चौराहे पर फिर सरकार के प्रति विरोध प्रदर्शन कर किया चक्का जाम जिसमें पुलिस प्रसाशन दिखा मुस्तैद जिसमें भारी पुलिस बल ने शन्ति पूर्वक करवाया धरना प्रदर्शन भारतीय किसान यूनियन लोकतांत्रिक के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह के नेतृव में किया जा रहा प्रदर्शन पूरे प्रदेश में आज भी सरकार के खिलाफ किसान विरोधी बिल बेरोजगारी न्यूनतम समर्थन मूल्य M S P गारण्टी कानून बनाया जाए। किसान आयोग बनाया जाए। APMC प्रणाली में आवश्यक सुधार करे अगर सरकार नहीं करती है। हम किसान आंदोलन करेंगे जिसकी जिम्मेदार सरकार की होगी किसान विरोधी बिल लाकर किसान पूरे प्रदेश में आंदोलन कर रहा है।

इस समय रबी फसल की बुआई चल रही है। किसान विरोधी बिल लाने से किसान परेशान है। अपनी साल भर की फसल ना बोकर आज सरकार की गलत नीतियों की वजह से उत्तर प्रदेश का अन्नदाता सड़कों पर उतरा है। वरिष्ठ जिला अध्यक्ष / जिला प्रभारी हरदोई अतुल कुमार ने बताया की , अगर किसान विरोधी बिल सरकार वापस नहीं लेती है। तो यूनियन के मुखिया राकेश सिंह चौहान के निर्देशों पर पूरे प्रदेश में चक्का जाम करेंगे और यह भी बताया कि, दिल्ली बाडर पर चल रहा प्रदर्शन में अगर कोई पकिस्तान के नारे लगाता है। तो सरकार को उस व्यक्ति पर देश द्रोही की कार्यवाही करनी चाहिए नहीं तो हम मानेंगे सरकार द्वारा भेजे गये लोगों के द्वारा किसानों को बदनाम करने की साजिश रची जा रही हैं। और जिला अध्यक्ष लखनऊ मनीष यादव ने बताया की अगर कोई किसान अच्छे कपड़े पहन कर जाता हैं। तो सरकार को अच्छा नहीं लगता और कहती हैं।

कि , ये लोग किसान नहीं है और जब नेता लोग हजारों रुपये के कपड़े पहन सकते हैं। तो एक किसान पाँच सौ रुपये की जीन्स नहीं पहन सकता और जब किसान दिन रात खेत में खून पसीना बहा कर अनाज और सब्जी उगा कर बेचता उसकी सब्जी पाँच से दस रुपये किलो बिकती और कुछ निजी करण करके धन्ना सेठ उसी सब्जी को पचास रुपये किलो बेचते हैं और बेचते रहें यही बिल बना कर किसानों पर थोप रही हैं ताकि की किसान के अनाजों और सब्जियों अच्छी कीमत ना मिल सके और किसान ऐसे ही बेहाल रहे इन्ही बातो को लेकर किसानों में आक्रोश है तथा ये किसान विरोधी बिल सरकार को वापस लेना चाहिए इन्ही बातो को लेकर लगभग एक घण्टे तक मलिहाबाद में प्रदर्शन चला और मलिहाबाद क्षेत्राधिकारी को ज्ञापन देकर प्रदर्शन को समाप्त दिया गया।