अखिलेश यादव का असली चेहरा सत्ता जाने के बाद भी नही खत्म हुआ दागियों के प्रति प्यार

रिपोर्ट शरद द्विवेदी

रीडर टाइम्स न्यूज़

जब से भाजपा सरकार सत्ता में आई है तब से किसी भी तरह भाजपा को हटाने का हर सम्भव प्रयास विपक्ष कर रहा है। कभी भाजपा सरकार को ब्राह्मण विरोधी,कभी किसान विरोधी,कभी दलित विरोधी , कभी मुस्लिम विरोधी,बता कर समाज को गुमराह करने का प्रयास किया जाता रहा है।पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सैकड़ो बार बोल चूके है | कि उत्तर प्रदेश में जंगलराज है व भ्रष्टाचार चरम पर है तमाम प्रकार की बातों से समाज को गुमराह करने का काम पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा किया जाता रहा है और आये दिन इन पार्टियों के पदाधिकारियों द्वारा इन्ही मुद्दों पर धरना व ज्ञापन भी दिए जाते रहे है।उत्तर प्रदेश की जनता ने सपा को वर्ष 2017 में नकार दिया उसका मुख्य कारण यह था कि भ्रष्टाचार व जंगलराज चरम पर था।अपराधियों का बोलबाला था यादव सिंह जैसे भ्रष्टाचारी को सपा सरकार में क्लीन चिट मिल जाना , एक बच्ची के बलात्कर पर मुलायम सिंह यादव द्वारा यह कह देना की बच्चे है गलती हो गई होगी। दस्यु सरगना निर्भर गुज्जर ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि , शिवपाल यादव उसके बड़े भाई है और आज वही नज़ारा बीरे यादव के गांव बरगदा पुरवा में देखने को मिला।जिस सपा के नेता बीरे यादव पर गैंगस्टर के अंतर्गत कार्यवाही हो चुकी हो व सोसल मीडिया पर मूर्ति चोरी करने का आरोप जनता लगा रही हो उसके प्रति इतना प्रेम देख कर अखिलेश यादव का असली चेहरा जनता के सामने आ गया की सत्ता जाने के बाद भी उनका अपराधियों के प्रति प्रेम कम नही हुआ है और अगर वह सत्ता में आते है तो इन्ही जैसे नेताओं का बोलबाला होगा और पूर्व की भांति कार्यवाही इसलिए नही होगी क्यो की सपा सुप्रीमो का चहेता होगा। जनता समझ चुकी है कि सपा को जनता के हितों के लिए बल्कि अपने परिवार व अपने लोगो के विकास के लिए सत्ता चाहिए। यह वही बीरे यादव है जिसके बारे में जनता बोलती है कि इसने पता नही कितने मासूम बच्चों का अपहरण किया व फिरौती बसूली फिरौती न मिलने पर पता नही कितनी माताओ की गोद सूनी हो गई।हमारा समाचार पत्र इन आरोपो की पुष्टि नही करता है।