पिहानी का दबंग भूमाफिया ग्यारह साल से प्रशासन नही मुक्त करा पाया सार्वजनिक जमीन

रिपोर्ट शरद द्विवेदी

रीडर टाइम्स न्यूज़

योगी सरकार जब से बनी है तब से भूमाफियाओं के प्रति बेहद ही सख्त है और आये दिन नए नए आदेश करती रहती है | लेकिन पिहानी के भूमाफिया के आगे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का सरकारी अमला पूरी तरह से नकमस्तक है इतना ही नही हरदोई का प्रशासन पूरे ग्यारह साल से सार्वजनिक भूमि को पिहानी के रसूखदार भू माफियाओ अमित शर्मा व मनीष शर्मा पुत्र जगदीश नारायण शर्मा के चंगुल से मुक्त नही करा पाया है इस पूरे प्रकरण में शाहाबाद के उपजिलाधिकारी की व नगर पालिका की भूमिका सवालों के घेरे में है।

दरअसल पिहानी के कोटकला में सार्वजनिक भूमि पर पिछले कई सालों से होलिका दहन,हरदेव राजा मंदिर,भगवान शंकर का पूजा स्थल,हवन कुंड,प्राचीन कुआँ, बना हुआ था जहाँ स्थानिय लोग पूजा अर्चना किया करते थे लेकिन वर्ष 2008-09 में इस सार्वजनिक भूमि को भू माफियाओ ने कब्जा कर लिया तब से लेकर आज तक पता कितनी शिकायत हो चुकी है लेकिन कार्यवाही के नाम पर आदेश तो पारित हुए लेकिन धरातल पर आज तक कोई भी कार्यवाही नही हो सकी है।इस प्रकरण की पहली शिकायत वर्ष 2009 में की गई थी इतना ही नही भू माफियाओ के हौसले इतने बुलन्द है कि सार्वजनिक भूमि पर भू माफियाओ ने प्रधानमंत्री आवास व शौचालय तक बनवा डाला है।नगर पालिका परिषद पिहानी ने खानापूर्ति के लिए वर्ष 2019 में नोटिस भी भेजी लेकिन नगर पालिका द्वारा बनवाये गए खड़ंजे को उखाड़ने वालो पर कोई कार्यवाही नही की गई।

इस पूरे प्रकरण में उपजिलाधिकारी शाहाबाद की भूमिका बेहद ही संदेह के घेरे में है क्यो की जब निर्माण कार्य किया जा रहा था तब कई बार उनको अवगत कराया गया लेकिन उन्होंने किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नही की।मामला जब पुलिस के पास पहुँचा तब पुलिस ने भी 107/116 की कार्यवाही करते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया। एक बात फिर पुनः जिलाधिकारी से प्रकरण की शिकायत दिनांक 07/12/2020 को की गई है अब देखना यह है क्या पुनः एक बार फिर राजनीतिक पहुच के कारण भू माफियाओ के प्रकरण को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा या सार्वजनिक भूमि को मुक्त कराया जाएगा यह काल के गर्त में है।