पीएम मोदी बोले – अगर आज डिजिटल कनेक्टिविटी नहीं होती तो सोचिए कोरोना में क्या स्थिति होती 

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
देश का कल्याण तभी हो सकता हैं। जब देश की सरकार अच्छी व काबिल हो क्योकि विकसित देश से ही हर देशवासी भी विकसित होते हैं। और आज भारत देश को भी यहाँ के प्रधान मंत्री ने ही अपनी कार्य प्रक्रियाओं से उन्नतिपूर्ण बनाया हैं। आज भारत देश डिजिटल हो गया हैं। वो इसलिए क्योकि कोई न कोई नई योजनाओ का आविष्कार करके देशवासियो को नई नई सुविधाओं से अवगत करा रहे हैं। हर साल या हर महीने कोई न कोई नई योजना , वैसे तो जो भी नई योजना का प्रयोग तो सभी देशवासी ही करते हैं। क्योकि देश के प्रधानमंत्री अन्य नेताओ के साथ साझा कर नई योजनाओ का अभियान शुरू करते हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज डिजिटल इंडिया के 6 साल पूरा होने पर इस अभियान के लाभार्थियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े. पीएम मोदी ने डिजिटल इंडिया के 6 साल पूरा होने पर ई-नाम योजना के लाभार्थी के साथ बात की. प्रधानमंत्री ने कहा, “ई-नाम पोर्टल इसलिए बनाया गया है ताकि किसान देश की सभी मंडियों में अपनी फसल का सौदा कर सके. इस पोर्टल पर किसान और व्यापारी बड़ी संख्या में जुड़ रहे हैं.”

डिजिटल इंडिया के 6 साल पूरा होने पर पीएम मोदी ने कहा, आरोग्य सेतु ऐप का कोरोना संक्रमण को रोकने में बहुत मदद मिली. टीकाकरण के दौरान दुनिया के कई देश कोविन ऐप में दिलचस्पी दिखा रहे हैं. वे चाहते हैं कि उनके देश में भी इस योजना का लाभ मिले. कोविड काल में हमने अनुभव किया कि डिजिटल इंडिया ने हमारे काम को कितना सरल बना दिया. कल्पना कीजिए कि अगर डिजिटल कनेक्टिविटी नहीं होती तो कोरोना में क्या स्थिति होती. डिजिटल इंडिया मतलब सबको अवसर, सबको सुविधा, सबकी भागीदारी.

किसानों के जीवन में डिजिटल का महत्व :- पीएम मोदी ने कहा कि किसानों के जीवन में डिजिटल लेनदेन से अभूतपूर्व परिवर्तन आया है. पीएम किसान सम्मान निधि के तहत 10 करोड़ से ज्यादा किसान परिवारों को 1 लाख 35 करोड़ रुपए सीधे बैंक अकाउंट में जमा किए गए हैं. डिजिटल इंडिया ने वन नेशन, वन MSP की भावना को भी साकार किया है. पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘शिक्षा का डिजिटल होना आज समय की मांग है. अब हमारी कोशिश है कि गांव में सस्ती और अच्छी इंटरनेट कनेक्टिविटी मिले. सस्ते मोबाइल और दूसरे माध्यम उपलब्ध हो ताकि गरीब से गरीब बच्चा भी अच्छी पढ़ाई कर पाएं.’