हाफिज सईद चल रहा रणनीतिक चाल, सिक्खों के साथ मिलकर कर रहा राजनीति

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मुम्बई आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड और जमात उद दावा के प्रमुख हाफिज सईद ने अपने भारत विरोधी एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए पाकिस्तानी सिखों के एक समूह से मिलकर उन्हें लुभाने का प्रयास किया |पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी (पीएसजीपीसी) ने खुलेआम आतंकी हाफिद सईद के राजनीतिक संगठन मिल्ली मुस्लिम लीग (एमएमएल) के समर्थन में आ गई है। इसके साथ ही उसने हाल में गठित अपने राजनीतिक दल के लिए उनसे आगामी चुनाव में समर्थन मांगा है |

भारत के मोस्ट वॉन्टेड आतंकी हाफिज सईद के रिश्तेदार मक्की ने बीती 26 अप्रैल को न केवल गुरु नानक देव पर इस्लाम के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया था, बल्कि उनको मुस्लिम विरोधी भी बताया था| उस समय भी पाकिस्तान में सिखों के उग्रवादी संगठन खामोश रहे।उसने दावा किया, ‘‘सिख बहादुर समुदाय हैं लेकिन भारत में उनके खिलाफ अत्याचार हो रहे हैं|’’ सईद ने कहा कि पाकिस्तान सरकार आवाज नहीं उठा रही है क्योंकि वह भारत से दोस्ती करना चाहती है|

सूत्रों के मुताबिक, यह सम्मेलन पाकिस्तान में मौजूद सिखों का अगले चुनाव में समर्थन हासिल करने के लिए आयोजित किया गया था। खबरों की मानें तो सैफुल्ला, हाफिज और चावला लोगों को भारत के खिलाफ भड़काकर चुनाव में फायदा उठाना चाह रहे हैं।

 

इंटेलिजेंस के सूत्रों का कहना है कि चावला ने एमएमएल का सम्मेलन करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कहा जा रहा है कि इसमें एमएमल का अध्यक्ष सैफुल्ला खालिद और खुद हाफिज भी मौजूद था

आतंकी हाफिज सईद अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। आतंकी संगठन जमात-उद-दावा और लश्कर-ए-तैयबा पर प्रतिबंध लगने के बाद से वो बौखलाया हुआ है, जिसके बाद वो पाकिस्तान की राजनीति में अपने पैर जमाने की कोशिश में जुट गया है। जब यहां भी उसे मुंह की खानी पड़ी, तो अब नए दांव-पेंच पर उतर आया है।