कामसूत्र के 5 सुपर सूत्र

 

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
लगभग दो हज़ार साल पहले आचार्य वात्स्यायन ने कामसूत्र की रचना की थी. सात अधिकरणों , 36 अध्यायों, 64 प्रकरणों और 1250 सूत्रों (श्लोकों) में विभक्त यह ग्रंथ हमें पंचेंद्रियों से प्राप्त होनेवाले सेक्स-सुख की ग्रैविटी से उठाकर मन और चेतना के गूढ़ ज़ीरो ग्रैविटी क्षेत्र में पहुंचा देता है. कामशास्त्र का यही उद्देश्य है कि वह स्त्री तथा पुरुष को परस्पर मिलाकर मोक्ष प्राप्ति का अधिकारी बना सके. आइए, वात्स्यायन के कामसूत्र के 5 सुपर सूत्रों के बारे में जानते हैं.

ज़रूरी है सेक्स की थीअरी और फ़िलॉसफ़ी का ज्ञान…
हम डॉक्टर, वक़ील या इंजीनियर बनने के लिए पहले उसकी पढ़ाई करते हैं, लेकिन क्या कभी आपने सुना है कि विवाह करने से पहले स्त्री-पुरुष सेक्स की कोई पढ़ाई करते हैं? सवाल उठता है कि सेक्स में पढ़ने-सीखने जैसा क्या है? पर कामसूत्र के अनुसार सेक्स में हार से बचने के लिए, शर्म-झिझक दूर करने के लिए सेक्स-ज्ञान ज़रूरी है.क्योकि कामसूत्र की इस सलाह में दम है, क्योंकि आज आलम यह है कि अधिकांश लोग विवाह के बाद साल-डेढ़ साल में ही माता-पिता बन जाने भर को ही सेक्स-ज्ञान मानते हैं.सेक्स का ज्ञान होगा तो संतुष्टि भी मिलेगी और पति-पत्नी के बीच ‘वो’ का ख़तरा नहीं पैदा हो पाएगा.

,‘‘आज भले ही इंटरनेट पर सेक्स से संबंधित जानकारियों का अंबार लगा हुआ है, लेकिन इसमें सही-ग़लत का घालमेल होता है. सेक्स को लेकर लोगों के मन में तरह-तरह के मिथक हैं. मिथक और तथ्यों की जानकारी न होने पर बड़ी गड़बड़ी हो जाती है. कामसूत्र ने सेक्स में तीन क्रियाओं को मुख्य माना है. इसका अर्थ है कि सेक्स के दौरान पार्टनर्स को फ़ोरप्ले, आफ़्टर-प्ले और पोज़िशंस की जानकारी होनी चाहिए. किसी सेक्स विशेषज्ञ से इस बारे में परामर्श ले सकते हैं.

स्वाद और सेक्स का होता है गहरा नाता…
कामसूत्र में बेहतर सेक्स के लिए बेहतर भोजन को महत्वपूर्ण बताया गया है.लेकिन मौजूदा दौर के आहार विशेषज्ञ भी इस बात से सहमत हैं कि स्वाद का सेक्स से गहरा नाता है. बेहतर सेक्स के लिए प्रोटीन, विटामिन, कैल्शियम और कैलोरी से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए. सरसों सेक्शुअल ग्लैंड्स के लिए फ़ायदेमंद होता है. सी-फ़ूड, अदरक, बादाम शहद आदि सेक्स उत्प्रेरक होते हैं.

प्यार खेल है ख़ुशबू का…
आचार्य वात्स्यायन ने सेक्स जीवन में साफ़-सफ़ाई और शृंगार को बड़ी अहमियत दी है. कि स्त्री-पुरुष प्रतिदिन स्नान करें, हर दूसरे दिन पूरे शरीर की मालिश करें. तीसरे दिन साबुन का प्रयोग करें. चौथे दिन दाढ़ी तथा मूंछों के बाल कटवाए तथा पांचवें या दसवें दिन सावधानी से गुप्तांगों के बाल काटें. अंडरआर्म्स के पसीने को सुगंधित पाउडर का प्रयोग करके सुखाएं. शरीर पर चंदन, कस्तूरी, अगुरु और केसर का लेप करें. दांत, नाख़ून और बालों की सफ़ाई पर भी ध्यान दें.लेकिन सबसे ख़ास बात यह है कि यदि आसपास गंदगी हो या फिर शरीर पर कोई दूसरी गंध हावी हो, तो आप फ़ेरोमोन का सिग्नल नहीं पकड़ पाएंगे.

कमरे के रूप-रंग से जगती है सेक्स की भूख…
कामसूत्र में बेडरूम के डेकोरेशन पर बड़ा ज़ोर दिया गया है. कि कमरे में ख़ूब नर्म, मुलायम, सुगंधित बिस्तर लगा होना चाहिए. सिर तथा पैर दोनों तरफ़ तकिए लगे हों. सेक्स क्रिया के लिए उसी पलंग के बराबर में उसी के समान एक और पलंग होना चाहिए.ऐसे में कामसूत्र के इस सूत्र को आज़माने के लिए आप बस यह ध्यान रखें कि बेडरूम साफ़-सुथरा और सुगंधित हो. इससे सेक्स का मूड बन जाएगा.